स्टैंड में खड़ी अवैध बसें प्रशासन ने हटवाईं तो उनका स्थान ऑटो संचालकों ने ले लिया। बस स्टैंड की सड़क सहित पूरे परिसर में जहां-तहां मनमानी पूर्वक खड़े ऑटो के कारण सोमवार को बस स्टैंड ऑटो रिक्शा स्टैंड नजर आया। परिसर की बीच सड़क पर खड़े होकर सवारी भर रहे ऑटो के कारण शाम को कई बार जाम की स्थित बनी।
निर्देश का पालन भूले
बसस्टैंड की यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए छह माह में तीसरी बार पुलिस-प्रशासन ने स्टैंड परिसर में डंडा चलाते हुए अवैध रूप से खड़ी बसों पर कार्रवाई की। लेकिन, यह पूरी कवायद महज एक दिन का दिखावा सबित हुई। सोमवार को बसस्टैंड की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने न तो वहां पुलिस बल नजर आया और न ही सीएसपी द्वारा दिए गए निर्देश।
बसस्टैंड की यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए छह माह में तीसरी बार पुलिस-प्रशासन ने स्टैंड परिसर में डंडा चलाते हुए अवैध रूप से खड़ी बसों पर कार्रवाई की। लेकिन, यह पूरी कवायद महज एक दिन का दिखावा सबित हुई। सोमवार को बसस्टैंड की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने न तो वहां पुलिस बल नजर आया और न ही सीएसपी द्वारा दिए गए निर्देश।
सड़क पर सजे थे ठेले
पुलिस अधिकारियों ने बस स्टैंड परिसर की व्यवस्था सुधारने के जो दावे किए हैं उनका पालन होता नजर नहीं आ रहा। आधी सड़क तक तथा स्टैंड परिसर में बसों के बीच जहां-तहां खड़े ऑटो बसस्टैंड की यातायात व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहे थे। सड़क पर ठेला लगे होने से बाइक एवं पैदल चलने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि सिर्फ बस हटा देने से व्यवस्था नहीं सुधरने वाली। हाथ ठेला एवं आटो पार्किंग पर सख्ती के साथ रोक लगे तभी ट्रैफिक नियंत्रित हो सकता है।
पुलिस अधिकारियों ने बस स्टैंड परिसर की व्यवस्था सुधारने के जो दावे किए हैं उनका पालन होता नजर नहीं आ रहा। आधी सड़क तक तथा स्टैंड परिसर में बसों के बीच जहां-तहां खड़े ऑटो बसस्टैंड की यातायात व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहे थे। सड़क पर ठेला लगे होने से बाइक एवं पैदल चलने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि सिर्फ बस हटा देने से व्यवस्था नहीं सुधरने वाली। हाथ ठेला एवं आटो पार्किंग पर सख्ती के साथ रोक लगे तभी ट्रैफिक नियंत्रित हो सकता है।