वसूली के लिए पहले लोगों का वह भांप लेता था फिर केस लगाकर बंद करने की धमकी देता था। फिर क्या एक दिन एक पीडि़त को आभास हो गया कि यह असली नहीं, नकली आईपीएस और इसी लिए इस तरह का घिनौना कार्य कर रहा है। पीडि़त ने तुरंत बैढऩ कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई और पुलिस टीम ने सोचा चलो मिल लिया जाए। असली साहब से। फिर क्या घेराबंदी की गई और पकड़ लिया नकली साहब को।
नकली एसपी बोला-गंभीर अपराध में भेज दूंगा जेल
सोमवार को कोतवाली बैढऩ में बिलौंजी निवासी रामनरेश शाह ने शिकायत देते हुए बताया कि एक व्यक्ति फर्जी पुलिस बनकर लूट के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दे रहा है। यह बोलकर वापस गया है कि पुन: आने के बाद पैसे नहीं मिले तो गंभीर अपराध में जेल भेज दूंगा। वहीं बताया कि वर्दी पर नेम प्लेट में सूरज धुर्वे नाम लिखा हुआ था और खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताकर गया है। शिकायत सुनने के बाद टीआई मनीष त्रिपाठी ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए पुलिस टीम के साथ अज्ञात आरोपी की पतासाजी में जुट गए।
सोमवार को कोतवाली बैढऩ में बिलौंजी निवासी रामनरेश शाह ने शिकायत देते हुए बताया कि एक व्यक्ति फर्जी पुलिस बनकर लूट के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दे रहा है। यह बोलकर वापस गया है कि पुन: आने के बाद पैसे नहीं मिले तो गंभीर अपराध में जेल भेज दूंगा। वहीं बताया कि वर्दी पर नेम प्लेट में सूरज धुर्वे नाम लिखा हुआ था और खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताकर गया है। शिकायत सुनने के बाद टीआई मनीष त्रिपाठी ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए पुलिस टीम के साथ अज्ञात आरोपी की पतासाजी में जुट गए।
पहुंचा सलाखों के पीछे
बरगवां रेलवे स्टेशन पर दबिश देते हुए पुलिस टीम ने घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम सूरज धुर्वे और रामनरेश पटेल आदि बताकर गुमराह करने की कोशिश की। जबकि उसका सही नाम भगवानदास पनिका (25) पिता रामलाल पनिका निवासी माटा गड़ई थाना जियावन है। आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 171, 419, 420, 390 के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया है।
बरगवां रेलवे स्टेशन पर दबिश देते हुए पुलिस टीम ने घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम सूरज धुर्वे और रामनरेश पटेल आदि बताकर गुमराह करने की कोशिश की। जबकि उसका सही नाम भगवानदास पनिका (25) पिता रामलाल पनिका निवासी माटा गड़ई थाना जियावन है। आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 171, 419, 420, 390 के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया है।
पुलिस अधिकारी बनने का था शौक
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसका बचपन से ही पुलिस अधिकारी बनने का शौक था। वह अपने बचपन का शौक पूरा करने के लिए नकली पुलिस अधिकारी बनकर कमाई करने लगा। इस शौक को पूरा करने के चक्कर में लगभग प्रदेश के कई जिलों में दबोचा गया है। जेल से छूटने के बाद ठिकाना बदलकर वसूली करने में संलिप्त हो जाता था।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसका बचपन से ही पुलिस अधिकारी बनने का शौक था। वह अपने बचपन का शौक पूरा करने के लिए नकली पुलिस अधिकारी बनकर कमाई करने लगा। इस शौक को पूरा करने के चक्कर में लगभग प्रदेश के कई जिलों में दबोचा गया है। जेल से छूटने के बाद ठिकाना बदलकर वसूली करने में संलिप्त हो जाता था।
सतना व नरसिंहपुर में जा चुका है जेल
गिरफ्तार नकली एसपी आदतन अपराधी है और फर्जी अफसर बनकर लंबे समय से वसूली का काम कर रहा है। जबलपुर, सतना व नरसिंहपुर में फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर वसूली के मामले में जेल जा चुका है। पिछले साल एक महिला व चालक के साथ मिलकर वसूली के आरोप में नरसिंहपुर पुलिस ने इसे जेल भेजा था। आठ माह की सजा काटने के बाद जेल से रिहा हुआ और सिंगरौली जिले को अपना निशाना बनाकर नकली एसपी बनकर वसूली का काम शुरू कर दिया।
गिरफ्तार नकली एसपी आदतन अपराधी है और फर्जी अफसर बनकर लंबे समय से वसूली का काम कर रहा है। जबलपुर, सतना व नरसिंहपुर में फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर वसूली के मामले में जेल जा चुका है। पिछले साल एक महिला व चालक के साथ मिलकर वसूली के आरोप में नरसिंहपुर पुलिस ने इसे जेल भेजा था। आठ माह की सजा काटने के बाद जेल से रिहा हुआ और सिंगरौली जिले को अपना निशाना बनाकर नकली एसपी बनकर वसूली का काम शुरू कर दिया।