फिर प्रदर्शनकारियों को पुलिस बल ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पुलिस यहां तक की राहगीर महिलाओं को भी नहीं छोड़ा है। जो समाने दिख है उनको भी घेराबंदी कर पीटा है। फिर भी यहां-वहां से बचकर प्रदर्शनकारी आगे की ओर बड़ रहे है। कुछ देर बाद चारों तफर भारी तनाव फैल गया था। स्थितियां नियंत्रण के बाहर हो गई थी। आईजी, डीआईजी ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला तब कहीं स्थितियां काबू हुई।
ये है मामला
बता दें कि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सतना में पिछड़ा वर्ग महाकुंभ सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे थे। इस दौरान एससी-एसटी एक्ट का विरोध कर रहे सर्व समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने जा रहे थे। उन्हें पुलिस ने रोका तो वह उग्र हो गए। भीड़ की पुलिस से झूमाझटकी हुई। विरोध में सर्व समाज ने 4 किमी. नेशलन हाइवे जाम कर दिया है। बीटीआई के सामने रीवा रोड पर लंबा जाम लगा हुआ है। पुलिस और प्रदर्शनकारियों में छीना झपटी हो रही है। कई बार संघर्ष की स्थितियां भी बनी है। मजबूरन पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा।
बता दें कि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सतना में पिछड़ा वर्ग महाकुंभ सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे थे। इस दौरान एससी-एसटी एक्ट का विरोध कर रहे सर्व समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने जा रहे थे। उन्हें पुलिस ने रोका तो वह उग्र हो गए। भीड़ की पुलिस से झूमाझटकी हुई। विरोध में सर्व समाज ने 4 किमी. नेशलन हाइवे जाम कर दिया है। बीटीआई के सामने रीवा रोड पर लंबा जाम लगा हुआ है। पुलिस और प्रदर्शनकारियों में छीना झपटी हो रही है। कई बार संघर्ष की स्थितियां भी बनी है। मजबूरन पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा।
पिछड़ों को साधने के लिए महाकुंभ
गौरतलब है कि, भाजपा ओबीसी वर्ग को साधने के लिए सतना में पिछड़ा वर्ग महाकुंभ का आयोजन किया था। महाकुंभ में शिरकत करने के लिए स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सतना पहुंचे थे। लेकिन एससी-एसटी एक्ट को लेकर हो रहे विरोध को देखते हुए कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे, इसके बावजूद लोगों ने जमकर हंगामा किया।
गौरतलब है कि, भाजपा ओबीसी वर्ग को साधने के लिए सतना में पिछड़ा वर्ग महाकुंभ का आयोजन किया था। महाकुंभ में शिरकत करने के लिए स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सतना पहुंचे थे। लेकिन एससी-एसटी एक्ट को लेकर हो रहे विरोध को देखते हुए कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे, इसके बावजूद लोगों ने जमकर हंगामा किया।