प्रदर्शनकारियों ने केजरीवाल को ड्रग के मुद्दे पर पंजाब को बदनाम करने का दोषी बताते हुए वापस जाओ के नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान केजरीवाल ने कहा था कि पंजाब में ड्रग का साम्राज्य है। प्रदेश के युवा नशे में डूबे हुए हैं। बाद में केजरीवाल ने ड्रग तस्करी में लिप्त होने का आरोप लगाने के लिए अपनी ओर से अकाली दल के नेता व पूर्व मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया से बिना शर्त माफी मांग ली थी। उन्होंने कहा कि मजीठिया से माफी मांगने के बजाय केजरीवाल को लगातार झूठ बोलने के लिए पंजाब के लोगों से माफी मांगना चाहिए।
केजरीवाल पंजाब में 17 मई तक प्रचार करेंगे। पिछले लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पंजाब की कुल 13 लोकसभा सीटों में से चार सीटें जीती थीं। आम आदमी पार्टी का मत प्रतिशत भी 24 फीसदी से अधिक था। उस समय पंजाब में सत्तारूढ अकाली दल के लगभग बराबर मत प्रतिशत हासिल करने से आम आदमी पार्टी को राज्य में सत्ता की प्रबल दावेदार के रूप में देखा जा रहा था। अकाली दल को 26 प्रतिशत वोट मिले थे, लेकिन वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी कुल 117 सीटों में से मात्र 20 सीट तक सिमट गई। इसके बाद पार्टी में चली उथल-पुथल में कुछ विधायक पार्टी छोड़ गए और अब पार्टी के विधायकों की संख्या 11 रह गई है।