कोर कमेटी ने इस सिलसिले में एक प्रस्ताव पारित किया। यह प्रस्ताव पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति को भेजा जाएगा। भगवन्त मान ने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल द्वारा ड्रग माफिया होने का आरोप लगाने के मामले में अपने खिलाफ मानहानि के मुकदमे के मद्येनजर पूर्व अकाली मंत्री विक्रम मजीठिया से माफी मांगने के विरोध में प्रदेश संयोजक पद से इस्तीफा दे दिया था।
बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष हरपाल चीमा ने बताया कि बैठक में भगवन्त मान का इस्तीफा वापस लेने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया। इसके अलावा लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों पर भी मंथन किया गया। उन्होंने बताया कि अभी तक पार्टी का यह रूख कायम है कि उस गठबंधन से दूरी रखी जाए जहां सुखपाल खैहरा भी मौजूद है।