क्या बोले व्यापारी?
टैक्स में छूट के साथ व्यापार में नियमों का फेर कम होना चाहिए। मासिक और वार्षिक रिर्टन दाखिल करने के बाद यदि कोई त्रुटि पता चलती है तो संशोधन का प्रावधान होना चाहिए। व्यापार में नौकरशाही का सहयोग मिलना चाहिए। ऑनलाइन बाजार का असर स्थानीय व्यापारियों पर पड़ रहा है। खासकर छोटे दुकानदार ज्यादा प्रभावित हैं, उनका रोजगार ठप होने की कगार पर है। सरकार छोटे दुकानदारों के हित के लिए काम करे, उनकी जरूरत को समझे।
व्यापारियों को टैक्स में छूट मिलनी चाहिए। स्थानीय मुद्दों पर जनप्रतिनिधियों को ध्यान होना चाहिए। चंदौसी शहर की पुरानी और बड़ी समस्या ओवरब्रिज न होने की है। शिलान्यास के बाद भी काम शुरू नहीं हुआ।
सरकार ने एक देश एक टैक्स का वादा किया था, वह लागू होना चाहिए। साथ ही पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाना चाहिए। खासकर छोटे व्यापारियों पर सरकार अधिक फोकस करे। सांसद भी व्यापारियों की समस्याओं को संसद में उठाएं।