पीड़िता के मुताबिक, उसने न्यायालय की चाैखट पर जाने से पहले पुलिस की थाने में भी दस्तक दी थी लेकिन पुलिस ने घटना काे गंभीरता से नहीं लिया आैर इसी कारण उसे न्यायालय की शरण में जाना पड़ा। अब न्यायालय ने इस पूरे मामले काे गंभीरता से लेते हुए देवबंद पुलिस काे आदेशित किया है कि सभी आराेपाें की जांच कर रिपार्ट न्यायालय काे प्रेषित करें। देवबंद काेतवाली प्रभारी ने मामला दर्ज कर लिए जाने की पुष्टि करते हुए बताया है कि पूरी घटना आैर आराेपाें की जांच की जा रही है।
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