इस खुलासे से पहले तक सहारनपुर डीएम लगातार मीडिया काे यह बताते रहे कि जहरीली शराब पड़ाेसी जिले हरिद्वार के झबरेड़ा थाना क्षेत्र के गांव बालूपुर में बंटी थी आैर वहीं से पिंटू नाम का एक शख्स शराब खरीदकर सहारनपुर में ले आया था, लेकिन अब जाे खुलासा हुआ है उसने सभी काे सन्न कर दिया है। अब हुए खुलासे में यह बात सामने आई है कि यह शराब उत्तराखंड के बालूपुर गांव में सहारनपुर से ही गई थी। यह खुलासा सहारनपुर के एसएसपी दिनेश कुमार पी आैर हरिद्वार के एसएसपी जन्मेजय प्रभारकर खंडूड़ी ने रुड़की में की एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेस में किया।
हरिद्वार एसएसपी ने बताया कि सहारनपुर आैर रुड़की पुलिस टीम की पिछले दाे दिन से संयुक्त अॉपरेशन चला रही थी। झबरेड़ा थाना क्षेत्र के गांव बालुपूर से टीम पड़ी हुई थी। यहां छानबीन करने पर पता चला कि जहरीली शराब कांड में बालूपुर के रहने वाले साेनू आैर इसके पिता फकीरा के हाथ रंगे हुए हैं। पुलिस ने रविवार काे इन दाेनाें काे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद इन्हाेंने जाे खुलासा किया वह बेहद चाैंका देने वाला था। दाेनाें ने बताया कि इन्हाेंने 5 फरवरी काे यह शराब सहारनपुर से खरीदी थी। पूछताछ में पता चला कि दाेनाें बाप बेटा सहारनपुर के गागलहेड़ी थाना क्षेत्र के गांव पुंडैन पहुंचे थे आैर पुडैंन में रहने वाले सरदार हरदेव सिंह आैर इसके पिता सुखविंद्र से इन्हाेंने शराब खरीदी थी। पुलिस काे यह भी बताया कि दाेनाें सहारनपुर से करीब 35 बाेतल कच्ची शराब लेकर आए थे।
ताे साेनू काे हाे गया था शक कि शराब जहरीली है पुलिस पूछताछ में साेनू ने पुलिस काे यह भी बताया कि जब वह शराब काे लेकर घर पहुंचा ताे शराब का रंग सफेद हाे गया था। इस पर उसने सरदार हरदेव सिंह काे फाेन कॉल की थी आैर पूछा कि शराब का रंग बदल रहा है। यह भी कहा था कि कुछ डीजल जैसी स्मैल भी आ रही है। बकाैल साेनू इस पर हरदेव सिंह ने उसे यह कह दिया था कि इसमें रंग मिलाया गया है। बर्तन कम थे आैर डीजल की कैन का इस्तेमाल करना पड़ा इसलिए डीजल की स्मैल आ रही हाेगी लेकिन काेई परेशानी वाली बात नहीं है। साेनू के मुताबकि जब हरदेव सिंह ने उसे संतुष्ट कर दिया ताे उसने शराब बेच दी थी।
100 से अधिक लाेगाें की माैत के लिए जिम्मेदार काैन ? इस खुलासे के बाद भी बड़ा सवाल बाकी है आैर यह सवाल यह है कि आखिर इन माैत के लिए जिम्मेदार काैन ? फिलहाल इस खुलासे से यह बात लगभग तय हाे गई है कि, इसी शराब काे पीने से रुड़की तहसील क्षेत्र के अलग-अलग गांव में करीब 34 लाेग माैत की नींद साे गए आैर सहारनपुर में मरने वालाें का आकड़ा 80 तक जा पहुंचा। यह अलग बात है कि सहारनपुर डीएम अभी भी 36 लाेगाें की माैत हाेने की ही पुष्टि कर रहे हैं।
महिलाआें का फूटा गुस्सा जहरीली शराब कांड पर रविवार काे सहारनपुर में महिलाआें का सब्र टूट गया आैर गुस्साई महिलाआें ने छाड़ू चाैका छाेड़कर अपने हाथाें से डंडे उठा लिए। महिलाआें ने ठेकाें पर रखी शराब सड़क पर फेंक दी आैर बाेतलें ताेड़ते हुए शराब की पेटियाें में आग लगा दी। सहारनपुर का उमाही आैर काेलकी दाे एेसे गांव हैं जिनमें जहरीली शराब पीने से 15-15 लाेगाें की माैत हुई हैं आैर इन दाेनाें गांव के दर्जनभर से अधिक लाेग अभी जिंदगी आैर माैत के बीच लटके हुए हैं। इनका उपचार अलग-अलग अस्पतालाें में चल रहा है।
अभी इन सवालाें के जवाब बाकी अभी तक भी पुलिस मुख्य स्राेत तक नहीं पहुंच पाई है। गिरफ्तार साेनू आैर इसके पिता ने बताया कि दाेनाें हरदेव सिंह से शराब लाए थे लेकिन हरदेव सिंह इस शराब काे कहां से लाया था। क्या हरदेव सिंह शराब घर पर ही बना रहा था ? आखिर माैत का यह काराेबार कब से चल रहा था ? इन सभी सवालाें के जवाब मिलने अभी बाकी हैं।
2019 में तीन बार हरदेव सिंह शराब लाया साेनू पुलिस पूछताछ में एक चाैंका देने वाला खुलासा यह भी हुआ कि साेनू जनवरी माह से अब तक तीन बार हरेदव सिंह से शराब खरीद चुका था। पहली बार यह 20 बाेतल लेकर आया आैर इनके पाउच बनाकर बेच दिए गए। 6 फरवरी काे साेनू फिर से हरदेव सिंह के पास पहुंचा आैर इस बार 20 आैर बाेतल लेकर आया। अगले दिन सात फरवरी काे भी साेनू ने हरदेव सिंह से शराब खरीदी।