दरअसल सहारनपुर पहुंचे गिरिराज सिंह ने देवबंद के स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती से देवी कुंड स्थित उनके आश्रम में मुलाकात करने पहुंचे। जहां केंद्रीय मंत्री ने कहा “गुरुकुल से आजतक कोई बच्चा आतंकी नहीं निकला, लेकिन दारूल उलूम देवबंद को लोग शिक्षा का मंदिर कहते हैं। पता नहीं यह शिक्षा का मंदिर है या आतंक का। लोगों ने मुझे बताया कि हाफिज सईद जैसे आतंकी और मानवता के दुश्मन इस्लामिक स्टेट के संस्थापक बगदादी दोनों देवबंद के छात्र रहे हैं। यह शिक्षा का मंदिर नहीं हो सकता है। यह आतंक का गढ़ है।”
इस दौरान केंद्रिय मंत्री ने देवबंद का नाम देवव्रंत भी बताया और कहा कि इसे हीबदल कर देवबंद कर दिया गया। वहीं एक बार फिर राम मंदिर का मुद्दा दोहराते हुए कहा कि जब पूरे देश में 30 लाख मस्जिद बन सकती है तो राम का मंदिर क्यों नहीं बन सकता है?’
वहीं उससे पहले गाजियाबाद पहुंचे गिरिराज सिंह ने कहां कि “मुसलमान भाइयों से अपील करते हैं, कि हम और आप दोनों भारतवंशी हैं, कोई मुगल वंश ही नहीं है। उन्होंने कहा कि हम कहां जाएंगे, फारूक अब्दुल्लाह कहते हैं कि राम का मंदिर कहीं भी बन जाए, इस पर गिरिराज सिंह ने कहा कि हम पूछते हैं कि कि कोई मुसलमान मक्का ही हज करने क्यों जाता है, वेटिकन सिटी क्यों नहीं जाता?