ये हैं पूरा मामला यूडीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद बदरुद्दीन अजमल को ब्लैकमेलिंग करने के मामले में दिल्ली पुलिस ने देवबंद के पूर्व विधायक माविया अली को दिल्ली के एक आलीशान हाेटल से गिरफ्तार किया था। माविया पर जमीन खरीद के एक मामले में असम के सांसद बदरूद्दीन अजमल काे ब्लैक मेल कर उनसे एक कराेड़ रुपये की रंगदारी मांगने का आराेप है। यह गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस ने रविवार को दिल्ली के 7-स्टार लोधी होटल के रुम नम्बर 701 से की। दरअसल, सांसद बदरू दीन अजमल ने काेतवाली एवेन्यू में तहरीर देते हुए पुलिस काे बताया था कि देवबंद से पूर्व विधायक माविया अली उनकी देवबंद स्थित जमीन हडपना चाहते हैं। वह एक ऑडियो रिकॉर्डिग के जरिये उन्हें मेल-मैसेज भेज ब्लैकमेल कर डरा धमका रहे है। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने पूर्व विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रविवार की रात्रि एक होटल पर छापेमारी करते हुए माविया अली को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पूर्व विधायक को कोर्ट पेश किया जहां जमानत न मिलने के कारण पुलिस ने माविया अली को तिहाड़ जेल भेज दिया। माविया अली गिरफ्तारी की सूचना मिलते उनके सर्मथकों में हडकंप मचा हुआ है। न्यायलय से माविया काे जमानत ताे मिल गई हैं लेकिन उनके जमानती तस्दीक नहीं हाे सके। यही कारण है कि जमानती तस्कीद ना हाेने की वजह से जमानत मिलने के बाद भी माविया सलाखाें के पीछे हैं।
जानिए काैन हैं माविया अली माविया अली वर्ष 2016 में पूर्व मंत्री राजेंद्र राणा की मृत्यु के बाद देवबंद में हुए उपचुनाव में कांग्रेस से विधायक बने थे। इसके बाद वह वर्ष 2017 में प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में सपा के सिंबल पर चुनाव लडे थे। जिसमें उन्हें हार का मुंह देखना पडा था। इसके बाद से वह सपा से जुडे रहे।
पापा काे फंसाया जा रहा पूर्व विधायक माविया अली की गिरफ्तारी के बाद जहां सियासी हल्कों में राजनैतिक माहौल गर्माया हुआ है। वहीं उनके पुत्र हैदर अली ने कहा कि पापा काे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है।