लोकसभा चुनाव को लेकर चल रही थी चेकिंग
लोकसभा चुनाव के चलते अयोध्या में पुलिस हाइवे पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान पुलिस को ये बड़ी कामयाबी मिली। पुलिस ने जिस बस को रोका उसमें 93 बच्चें सवार थे। ये सभी बच्चें बिहार से सहारनपुर के देवबंद ले जाए जा रहे थे। यह मामला ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़ा हुआ हो सकता है इसी आशंका के साथ पुलिस ने बस के चालक और बस में सवार मौलवी से पूछताछ की। पुलिस का कहना है कि पूछताछ में कोई सटीक जानकारी नहीं मिल पाई। अयोध्या पुलिस के अऩुसार दोपहर को पुलिस टीम नेशनल हाइवे 27 पर चेकिंग कर रही थी। एक बस को रोका गया तो पता चला कि देवबंद जा रही इस बस में 93 बच्चे सवार हैं। अयोध्या कोतवाली पुलिस को मामला संदिग्ध लगा। ये सभी बच्चे एक ही समुदाय से जुड़े हुए थे। बस चालक और मौलवी से पूछताछ करने पर जब कोई सटीक जानकारी नहीं मिल पाई तो पुलिस इस बस को कोतवाली ले आई। इसके बाद बच्चों के पास से मिले आधार कार्डों से जांच शुरू की गई। ये बच्चे कहां के रहने वाले हैं ? इनके माता-पिता कौन हैं ? क्या इनके परिवार वालों के पता था कि इनके बच्चे कहां ले जाए रहे हैं ? परिवार वालों की सहमति है या नहीं ? इन सभी सवालों के जवाब पुलिस तलाश रही है। अयोध्या कोतवाली प्रभारी संतोष कुमार शर्मा ने मीडिया को दिए एक बयान में कहा है कि एक मौलवी इन बच्चों को लेकर जा रहा था। सभी बच्चे बिहार के रहने वाले हैं। इन्हें देवबंद ले जाया जा रहा था। प्राथमिक पूछताछ में अभी तक इतनी ही जानकारी मिली है। बस के चालक और मौलवी से पूछताछ की जा रही है। बच्चों के परिजनों से भी संपर्क करने की कोशिश की जा रही है।