सागरPublished: Apr 12, 2018 04:54:17 pm
गुलशन पटेल
महज आलोचना करके उस चीज से दूर भागना अच्छी बात नहीं है।
youth Come on in politics, Make changes
सागर. हर क्षेत्र के युवाओं को राजनीति में आना चाहिए। अक्सर सुनने में आता है कि आम लोग जनप्रतिनिधियों व सरकार पर राजनीति को गंदा करने का आरोप लगाते हुए आलोचना करते हैं, लेकिन कोई काम इतना आसान नहीं होता, जितनी आलोचना करना होता है। महज आलोचना करके उस चीज से दूर भागना अच्छी बात नहीं है।
युवाओं को अपने कॅरियर के साथ राजनीति में सीधे नहीं तो अप्रत्यक्ष रूप से दखल देकर जिम्मेदारी निभानी होगी, क्योंकि युवाओं के बगैर कोई भी बदलाव संभव नहीं है। पत्रिका के चेंजमेकर अभियान में बुधवार को बहेरिया स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों ने यह बात कही। छात्रों ने राजनीति के शुद्धिकरण को लेकर खुलकर अपनी बात रखी।
– देश में बदलाव चाहिए तो सभी को आगे आना चाहिए। युवाओं के ऊपर ज्यादा जिम्मेदारी है। आज का युवा कॅरियर को ही अपना कर्तव्य मानता है। लेकिन देश के लिए भी उसकी कुछ जिम्मेदारी है। राजनीति को गंदा कहकर हम उसे दूर नहीं भाग सकते। हमें इसमें उतरकर इसे साफ करना होगा।
प्रिया खरवा
– वर्तमान समय में राजनीति में सुधार की आवश्यकता है क्योंकि आज बहुत ही निम्न स्तर की राजनीति हो रही है। जमीनी स्तर से पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं को नए लोगों को मौका देना चाहिए। साथ ही परिवारवाद खत्म करना है। पत्रिका की पहल सराहनीय है।
उपेक्षा द्विवेदी
-पत्रिका ने जो अभियान शुरू किया है, वह बदलाव की बयार है। युवाओं को भारत का भविष्य कहा जाता है। वर्तमान में युवाओं को अपने सकारात्मक सोच के साथ समाज में बदलाव करना होगा। देश में किसानों की स्थिति दयनीय है। बहुत से किसान आत्महत्या जैसे कदम उठा रहे हैं।
नीतू झारिया
-युवाओं में बहुत प्रतिभा है। वे अलग-अलग क्षेत्रों में देश के विकास में सहयोग कर सकते हैं। साथ ही देश की राजनीति, सामाजिक व आर्थिक स्थिति को बेहतर करने का कार्य कर सकते हैं। पत्रिका ने अब मंच दिया है, अपनी प्रतिभा का इस्तेमाल देश के लिए करना चाहिए।
प्रिया गुप्ता
-महिलाओं को हर क्षेत्र में असहयोग के भाव का शिकार होना पड़ता है। सिर्फ पुरुष ही आगे आकर काम कर सकते हैं। युवा महिलाएं भी राजनीति में देश की ५० प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व कर सकती हैं। पत्रिका ने जो अभियान छेड़ा है, उससे हम बेटियों को भी मंच मिला है।
निवेदिता सोनी
-हमारे देश में बदलाव के लिए सबसे जरूरी है कि युवा राजनीति में आगे आएं और अच्छी राजनीति कर देश व समाज के लिए बेहतर कार्य करें। जब तक देश के विकास में युवाओं को आबादी के अनुसार अवसर नहीं मिलेगा तब तक बदलाव नहीं किया जा सकता है।
अमर अग्रवाल
यूथ राजनीति में आ रहे हैं और अब बदलाव की ओर भी समाज बढ़ रहा है। डॉक्टर, वकील, व्यवसायी, अधिकारी वर्ग के लोग भी अब राजनीति में आकर अपनी भूमिका निभा रहे हैं। बस अभी उनका चेहरा नहीं दिख रहा है। यह देश के हित के लिए कार्य कर रहे हैं।
प्रज्ञा मिश्रा
आज देखा जाए तो सबसे आगे ज्यादा परेशानी आरक्षण के कारण हो रही है। जॉब के अलावा राजनीति जैसे क्षेत्र में भी आरक्षण है, इसके चलते देश का भविष्य अंधकार की ओर जा रहा है। योग्यता की अनदेखी कर आरक्षण को गलत मत देना बिल्कुल सही नहीं है, इसलिए आरक्षण छोडऩा पड़ेगा।
विश्व मोहन त्रिपाठी
यदि समाज में बदलाव करना है तो सत्ता परिवर्तन के लिए लड़ाई जरूरी है और यह हुनर युवाओं में है। समाज में सकारात्मक कार्य करते हुए देश के विकास के लिए राजनीति कार्यों में सहयोग करना चाहिए। लोगों में जागरूकता की कमी बनी हुई है। चेंजमेकर बनाने के लिए पत्रिका का प्रयास बेहद उल्लेखनीय है।
प्रशांत शर्मा
राजनीति के विषय में कहा जाता है कि गंदी चीज है। खासतौर पर महिलाओं के लिए। मेरा मानना है कि राजनीति गंदी नहीं है। लोगों की सोच बदलने की जरूरत है। इसके लिए सभी महिलाओं को आगे आकर चेंजमेकर की भूमिका निभानी होगी। पत्रिका ने हमें एक मंच दिया है।
रवि पाटीदार