कुछ दिन पहले ही आया था सागर
आरक्षक शहजाद कुछ दिन पहले ही नवरात्र के समय सागर आया था लेकिन ड्यूटी के कारण कुछ घंटे बाद ही वापस लौट गया था। परिवार में उसके शादी संबंध को लेकर भी बात चल रही थी। घर में शहजाद के अलावा एक छोटा भाई सरफराज राइन भी है। पटकुई-बरारू में शहजाद के पिता के पास अ’छी खेती भी है।
आत्महत्या की वजह से सब अनजान
परिजनों के अनुसार शहजाद काफी होशियार था। 18 साल की उम्र पूरी करने के बाद ही उसने आरक्षक की तैयारी की और पुलिस विभाग में शामिल हो गया। वह सप्ताह भर पहले घर आया था लेकिन किसी परेशानी के बारे में नहीं बताया। गैरतगंज में ड्यूटी के चलते कोई परेशानी हो तो उसके बारे में उन्हें पता नहीं है।
छह साल से कर रहा था नौकरी
जानकारी के अनुसार कैंट थाना क्षेत्र के पटकुई-बरारू में रहने वाले शेख हसन राइन का पुत्र शहजाद राइन(24) छह साल से पुलिस विभाग में आरक्षक के पद पर कार्यरत था। वह गैरतगंज थाने में तैनात था। सोमवार सुबह थाने से शहजाद के घर उसकी आत्महत्या की खबर पहुंची तो परिवार में मातम छा गया। पटकुई-बरारू में आस-पड़ोस में रहने वाले भी राइन परिवार के घर पहुंचने लगे।