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महिलाओं ने कहा- तीन दिन में निर्णय नहीं बदला तो करेंगी आत्मदाह

locationसागरPublished: Jun 17, 2019 12:35:30 am

Submitted by:

vishnu soni

स्व सहायता समूह का काम एजेंसी को देने से मचा बवाल, दी चेतावनी

Women said - Do not change the decision in three days, do self-harm

महिलाओं ने कहा- तीन दिन में निर्णय नहीं बदला तो करेंगी आत्मदाह

रहली.रहली,गढाकोटा, शाहपुर एवं देवरी ब्लाक में संचालित स्व सहायता समूह की सैकडो महिलाओं ने रविवार को गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया। महिलाओं ने कलेक्टर मुर्दाबाद के नारे लगाए एवं पुतला दहन किया। एक हफ्ते पहले भी महिलाओं ने प्रदर्शन किया था। पर कोई कार्रवाई न होते देख इस बार महिलाओ ने प्रशासन को तीन दिनों की मोहलत दी है साथ ही तीन दिन बाद आत्मदाह की चेतावनी दी है। रजनी गुप्ता ने बताया कि प्रशासन द्वारा द्वेष पूर्ण कार्य किया गया है। एक ओर तो शासन प्रशासन महिलाओ को स्वावलंबी बनाने की बात कर रहा है और दूसरी ओर बेरोजगार कर रहा है। कमला पटैल ने कहा कि अब रहली में एनजीओ का प्लांट लगा है और यहां से देवरी, शाहपुर, गढाकोटा,और रहली में खाना भेजा जाता है। इतनी लंबी दूरी होने के कारण रास्ते में खाना खराब होता है और बच्चो को ठंडा खाना मिलता है। जमना यादव, सुषमा यादव,ने बताया कि समूहो के माध्यम से क्षेत्र की हजारो महिलाओ का भरण पोषण होता था कलेक्टर द्वारा एक महिला होकर महिलाओं के साथ अन्याय किया जा रहा है।
नही मिली आंदोलन की अनुमति

समूहों की महिलाओं द्वारा प्रदर्शन करने के लिए पुलिस प्रशासन से अनुमति मांगी गई लेकिन पुलिस ने एसडीएम कार्यालय जाने को कहा। तब महिलाओं ने बिना अनुमति ही प्रदर्शन किया। जिस वक्त महिलाएं बिना पूर्व अनुमति के कलेक्टर का पुतला दहन कर रही थी तो पुलिस द्वारा छीना छपटी की गई और आधे जले पुतले पर पानी डालकर आग को बुझा दिया। गौरतलब है कि स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा एक सप्ताह पूर्व भी प्रदर्शन किया गया था और एनजीओ प्लांट में पत्थर मार कर तोड फोड की गई थी।
ये महिलाएं रहीं शामिल
प्रदर्शन में कविता कोरी, सुनीता सेन, सुमतरानी चौरसिया, राखी सेन,दशोदा पटेल, शबनम बी,रामकरन शर्मा, रामसखी बाई, मालती पटेल, मुल्ली रैकवार, हरीबाई रेकबार, मुन्नी पटेल, शशि साहू, अनिता पटेल, रुक्सत खान, सुमतरानी रैकवार, अनिता लुहार,शिवरानी रैकवार सहित सैकड़ों समूह सदस्य की महिलाये मौजूद थी।
नेता प्रतिपक्ष ने भी किया था विरोध
नेता प्रतिपक्ष भार्गव ने कहा कि सीएम कमलनाथ को पत्र लिखकर ऐसे बेतुके आदेश को निरस्त करते हुए महिला वर्ग से ही काम करने की बात कही। भार्गव का कहा था कि जिले के नगरीय निकायों में दिल्ली के किसी एनजीओ द्वारा रोटी बनाने का काम संदेहप्रद है। इसमें बहुत बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ हैं। सागर में कलेक्टर की मिली भगत से एनजीओ के द्वारा पैसे देकर ये काम कांग्रेस सरकार से लिया गया है। मेरे रहली विधानसभा सहित जिले के अन्य कस्बों में कार्यरत हजारों गरीब तबके से जुड़ी मजदूर और विधवा,वर्ग की कामकाजी महिलाएं केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा संचालित मिड-डे-मील योजना अंतर्गत स्कूलों में बच्चों को भोजन देने का काम करती आ रही है। दिल्ली के एनजीओ के मशीनीकरण प्रक्रिया द्वारा काम करने से महिलाएं बेरोजगार हो जायेगी। सागर में ये कतई नहीं होने नहीं दिया जायेगा। भार्गव ने कहा कि में विधान सभा सदन से लेकर सड़क तक इसका विरोध करूंगा।उन्होंने कहा कि महिला समूहों के प्रदर्शन में शामिल होकर और इन महिलाओं का हक इनको दिलाकर रहूंगा। उन्होने महिलाओं को आश्वासन दिया है महिला समूह ही यथावत काम करेगी।

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