गत वर्ष डेंगू के 325 पॉजीटिव केस सामने आए थे। रिकार्ड में पांच लोगों की मौत होना बताई गई थी। हालांकि संभावित मौतों की संख्या का आंकड़ा 15 से अधिक था। इसकी पुष्टी मलेरिया विभाग ने नहीं की थी। जिला मलेरिया अधिकारी साजिया तबस्सुम के अनुसार इस बार दो मामले शहरी क्षेत्र से ही आए हैं। इन सभी जगहों पर लार्वा सर्वे का काम शुरू करा दिया है।
1. सबसे ज्यादा मामले बारिश के मौसम में देखने में आते हैं।
2. डेंगू फैलाने वाले मच्छर दिन में काटते हैं।
3. डेंगू मच्छर ठहरे हुए पानी में पनपते हैं, जैसे- कूलर के पानी में, रुके हुए नालों में और आसपास की नालियों में, गमलों में, बेकार टायरों में
4. डेंगू कम रजिस्टेंस पावर वाले लोगों को आसानी से हो जाता है
1. लक्षण 3 से 14 दिन बाद दिखते हैं
2. तेज ठंड लगकर बुखार आता है
3. सिर और आंखों में दर्द होता है
4. शरीर और जोड़ों में भी दर्द में होता है
5. भूख कम लगती है
6. जी मचलाना, उल्टी और दस्त आने लगते हैं
7. चमड़ी के नीचे लाल धब्बे आने शुरू हो जाते हैं
8. गंभीर स्थिति में आंख, नाक से खून आता है
1. घर के अंदर और आस-पड़ोस में पानी जमा न होने दें
2. नीम की पत्तियों का धुआं घर में फैलाएं
3. पानी के सभी बर्तन को खुला न रखें
4. किचन और वॉशरूम को सूखा रखें
5. कूलर का पानी बदलते रहें, उपयोग न कर रहे हों तो पानी पूरी तरह हटा दें
6. खिड़कियों और दरवाजों में जाली लगवाएं
7. बच्चों को फुल बांह के कपड़े पहनाएं
8. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें
9. घर के आसपास मच्छर मारने वाली दवा का छिडक़ाव करवाएं