scriptvideo: एसडीएम ने विधायक से कहा तहसीलदार को दो ज्ञापन, विधायक ने कहा एमएलए से बात करने का भी नहीं है तरीका, लगाए नारे | The debate between the SDM and the legislator, the legislator slogan | Patrika News

video: एसडीएम ने विधायक से कहा तहसीलदार को दो ज्ञापन, विधायक ने कहा एमएलए से बात करने का भी नहीं है तरीका, लगाए नारे

locationसागरPublished: Jul 15, 2019 09:39:34 pm

Submitted by:

sachendra tiwari

ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे विधायक, एसडीएम की बात सुनकर भड़के

The debate between the SDM and the legislator, the legislator slogan

The debate between the SDM and the legislator, the legislator slogan

बीना. जुलाई माह में आए ज्यादा बिजली बिल पिछले महिनों के अपेक्षा बहुत ज्यादा है, जिसकी शिकायत लोगों ने विधायक महेश राय से भी की थी और विधायक सोमवार को एसडीएम के लिए ज्ञापन देने पहुंचे थे। जहां एसडीएम ने तहसीलदार को ज्ञापन देने की बात कह दी और फिर गुस्साए विधायक ने चैंबर में ही कार्यकर्ताओं के साथ एसडीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
विधायक कार्यकर्ताओं के साथ दोपहर में तहसील ज्ञापन देने पहुंचे थे। तहसील पहुंचकर बढ़े हुए बिलों के विरोध में प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और एसडीएम केएल मीणा को ज्ञापन लेने की सूचना भिजवाई थी, लेकिन कुछ देर तक वह बाहर नहीं आए। इसके बाद विधायक, भाजपा जिला उपाध्यक्ष गौरव सिरोठिया, नगर मंडल अध्यक्ष राजेन्द्र ताम्रकार एसडीएम के चैंबर में ज्ञापन देने पहुंचे तो एसडीएम ने तहसीलदार को ज्ञापन देने की बात कही और इसी बात को लेकर विधायक भड़क गए। इसके बाद चैंबर में बढ़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे और एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। विधायक ने एसडीएम से कहा कि जनता के टैक्स पर सैलरी मिलती है और जनता की बात नहीं सुन रहे हो। एमएलए की बात नहीं सुन रहे हो। अभी नई पोस्टिंग हुई है और एमएलए से बात करने का भी तरीका नहीं है। हम तो शांतिपूर्ण तरीके से ज्ञापन देने आए तो और अच्छे से ही बात कर रहे थे, इसके बाद भी ज्ञापन नहीं लिया गया।
विधानसभा में उठाएंगे मामला
विधायक ने बताया जब जनप्रतिनिधियों की यहां सुनवाई नहीं हो रही तो आम आदमी की सुनवाई कैसे होती होगी। यहां लोग अपनी शिकायत लेकर आते हैं, लेकिन घंटों खड़े होने के बाद भी उनकी बात नहीं सुनी जाती है इस संबंध में कलेक्टर से शिकायत की है और उन्होंने इस मामले को संज्ञान में लेने की बात कही है। साथ ही विधानसभा में भी यह मामला उठाया जाएगा।
पांच गुना ज्यादा आए हैं बिल
ज्ञापन में उल्लेख किया गया था कि जुलाई माह के बिजली बहुत ज्यादा आए हैं जो पिछले महिनों के अपेक्षा करीब पांच गुना अधिक हैं। विभाग द्वारा मनमनाने तरीके से बिल दिए जा रहे हैं और इसका खामियाजा गरीब जनता भुगत रही है। साथ ही भीषण गर्मी में लोगों के कनेक्शन काटे जा रहे हैं। बिल जमा करने के लिए समय भी नहीं दिया जा रहा है। ज्ञापन में मांग की गई है कि गरीबों को बिल जमा करने समय दिया जाए और बिल की राशि किस्तों में जमा की जाए। यदि इस संबंध में उचित कार्रवाई नहीं हुई तो यह मामला विधानसभा में उठाया जाएगा। इस अवसर पर शिवकुमार ठाकुर, भूपेन्द्र ठाकुर, मनोज शर्मा, राजाबाबू यादव, परमा यादव, शुभम तिवारी, अभिनव ठाकुर, सौरभ पटैरिया, विमल अहिरवार, गौरी राय सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

ले लिया था ज्ञापन

तहसीलदार को ज्ञापन देने के लिए बोला था, लेकिन बाद में ज्ञापन ले लिया था और ज्ञापन लेने से इंकार नहीं किया था।

केएल मीणा, एसडीएम, बीना

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