निवेदन रैली निकाली, सिविल लाइन में बनाई मानव शृंखला
बंद को लेकर सपाक्स के जिलाध्यक्ष कपिल स्वामी के नेतृत्व में सुबह 7 बजे निवेदन यात्रा निकाली गई, जिसमें सभी प्रतिष्ठान मालिकों, व्यापारियों से करबद्ध निवेदन कर अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद कर समर्थन का अनुरोध किया। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से टोलियों के रूप सिविल लाइन चौराहे पर एकत्रित हुए, जहां मानव शृंखला बनाई। इस दौरान पिछड़ा वर्ग संघ, ब्राह्मण समाज, जैन समाज, सिंधी समाज, करणी सेना, वैश्य महासभा, सेन समाज, यादव समाज के लोग उपस्थित रहे। कपिल स्वामी ने कहा कि आज जिस तरीके से सभी समाज के लोगों ने एकता का परिचय दिया है ये एकता आगे चलकर इसी तरह बरकरार रहनी चाहिए। कपिल कुमार दुबे ने कहा कि संख्याबल ही हमारी शक्ति है। इसलिए अधिक से अधिक संख्या में हम एकत्रित होकर शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन जारी रखेंग। सपाक्स समाज के भरत तिवारी ने आगामी विस चुनाव में आरक्षित सीटों पर वोट न डालने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि मैं अपनी आखिरी सांस तक एससी-एसटी एक्ट के विरोध में लड़ाई लड़ता रहूंगा और संघर्ष इस काले कानून के खत्म होने तक जारी रहेगा। ज्ञापन देने वालों में करणी सेना अध्यक्ष इंदू राजा, देवी प्रसाद दुबे, शिवशंकर मिश्रा, नीरज तिवारी, राजीव हजारी, राजकुमार पचौरी, गज्जू चौबे, प्रियंक दुबे, ललित पांडे, दीपक स्वामी, पीताम्बर, बारिज तिवारी, रिक्की शर्मा, अंकित तिवारी, यश मार्टिन, देवेंद्र जैन, नितिन पचौरी, संतोष मारुति, देवीप्रसाद दुबे, अंकुर श्रीवास्तव, रीतेश तिवारी, धर्मेंद्र सिंह, पप्पू तिवारी, तोताराम यादव, अंकित जैन, कमल हिंदुजा, भोलेश्वर तिवारी, गज्जू चौबे, विकास केशरवानी, राकेश छाबड़ा, उमेश सराफ, पंकज दुबे, राम शर्मा, मोहन अग्रवाल, डॉ अनिल खरे, रोहित तिवारी, राहुल व्यास, हित कुमार अग्रवाल, प्रकाश गुरु, सहित हजारों की संख्या में सपाक्स जन उपस्थित रहे।
विवि की छात्रा ने भी दिया समर्थन
कलेक्ट्रेट कार्यालय में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने पहुंची भीड़ में एक मात्र लड़की नजर आई, जो सपाक्स के प्रदर्शन में शामिल थी। यह लड़की डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विवि के बीकॉम फस्र्ट इयर की छात्रा है। छात्रा मानस जैन निवासी खिमलासा ने बताया कि वह यहां सपाक्स के समर्थन में आई थी। उसने बताया कि मोदी सरकार ने सत्ता में आने से पहले राम मंदिर बनाने का वायदा किया था, लेकिन अभी तक राम मंदिर नहीं बना है। वहीं, आरक्षण के मामले में केंद्र व राज्य सरकार के रवैए से भी छात्रा काफी नाराज थी।
तिरंगा हाथ में लिए वृद्ध ने सरकार को कोसा
सपाक्स के बैनर तले जहां बड़ी संख्या में सवर्ण एकत्र होकर सिविल लाइन चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं उससे थोड़े आगे हाथ में तिरंगा लिए एक वृद्ध आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। यहां वृद्ध अपने हाथ में तिरंगा लिए हुए था और प्रदेश सरकार को जमकर कोस रहा था।
पुलिस-प्रशासन रहा मुस्तैद
एट्रोसिटी एक्ट में संशोधन को पलटने के खिलाफ सपाक्स के बंद के दौरान तनाव और विवादों को रोकने के लिए सुबह से शाम तक शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सशस्त्र बल का पहरा रहा। कलेक्टर आलोक कुमार सिंह व एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल के साथ पुलिस बल सुबह से ही शहर की सड़कों पर उतर आया था। एसपी-कलेक्टर ने सुबह करीब ८ बजे शहर के प्रमुख क्षेत्रों का मुआयना कर सुरक्षा इंतजामों कड़े करने के निर्देश दिए। शहर का भ्रमण करने के बाद अधिकारी दोपहर १ बजे तक कंट्रोल रूम से शहर की गतिविधियों पर नजर बनाए रहे। सिविल लाइन से सपाक्स समाज के नेतृत्व में निकली रैली के दौरान एएसपी रामेश्वर सिंह के साथ कई थानों में प्रभारी और दो सौ से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहे। बंद के दौरान शहर सहित जिले भर में अप्रिय स्थिति को टालने के लिए थाना स्तर पर उपलब्ध बल के अलावा करीब डेढ़ हजार रिजर्व बल भी दिनभर मुस्तैद रहा।
सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए गए थे
बंद के दौरान वाहन रैली निकालने के लिए विशेष अनुमति दी गई थी। बंद के दौरान जिले भर में शांति रही। सुरक्षा की दृष्टि से तमाम उपाए किए गए थे साथ ही अधिकारियों को जिम्मेदारियां दी गई थीं। – आलोक कुमार सिंह, कलेक्टर