छात्र संगठनों के बीच आपसी विवाद के कारण विवि परिसर में जब-तब विवाद और झगड़े होते रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को फिर छात्रों के दो गुट आमने-सामने आ गए और मामूली सी बात पर उनमें लात-घूंसे और बेल्ट से मारपीट हुई। दोनों पक्षों के कुछ छात्र इस मारपीट में जख्मी हो गए और वे अपनी शिकायत दर्ज कराने सिविल लाइन थाने तक पहुंच गए लेकिन बाद में उनके सुलह होने से अपराध दर्ज नहीं कराया गया।
सिविल लाइन पुलिस के अनुसार एमसीए के छात्र अंकित ठाकुर ने थाने पहुंचकर कॉमर्स विभाग के छात्र अभिषेक यादव व अन्य पर मारपीट के आरोप लगाए हैं। अभिषेक यादव विद्यार्थी परिषद का पदाधिकारी है जबकि अंकित इसी संगठन का कार्यकर्ता है। उनके बीच परिषद के चुनाव को लेकर कुछ मनमुटाव के चलते विवाद होने की चर्चा है।
झगड़ा मंगलवार को पहले हॉस्टल में हुआ लेकिन अन्य छात्रों ने उन्हें रोक दिया। इस विवाद के बाद दोपहर में दोनों पक्ष मामूली से बात पर फिर आमने-सामने आ गए और उनमें मारपीट हो गई।
झगड़े को लेकर एक छात्र द्वारा प्रॉक्टर के समक्ष शिकायत की। वहीं थाना प्रभारी को भी इसी संबंध में एक आवेदन छात्र द्वारा सौंपा गया लेकिन कार्रवाई होने से पहले ही दूसरे पक्ष के छात्र भी सिविल लाइन थाने पहुंच गए और वरिष्ठ छात्रों की मध्यस्थता के चलते मामला दर्ज होने से पहले ही उनमें सुलह हो गई। उधर विवि के प्रॉक्टर प्रो.एपी दुबे का कहना है कि छात्र ने झगड़े के बारे में तो बताया था लेकिन आवेदन थाना प्रभारी के नाम से दिया जिसे थाने को भेजते हुए एक जांच कमेटी बनाई है। जो भी स्थिति सामने आएगी उसके अनुरूप कार्रवाई करेंगे। वहीं सिविल लाइन टीआइ संगीता सिंह ने छात्रों में सुलह के बाद आपस में न झगडऩे की हिदायत देते हुए समझाइश के लिए बुधवार को भी बुलाया है।