जानकारी के अनुसार पोद्दार कॉलोनी में रहने वाले दीनानाथ मिश्रा ने गोपालगंज थाने में मंगलवार 18 अप्रेल को बैंक खाते से दो लाख रुपए की ठगी की शिकायत की थी। जिसमें मिश्रा ने बताया कि वे डायबिटीज के मरीज हैं और इंदौर के एक अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है। इसी के संबंध में वे अपनी पुत्री शुभा और दामाद सत्यवृत पाण्डेय के साथ कार से इंदौर आते- जाते हैं। 13 अपे्रेल को हाइवे के चितौरा टोल प्लाजा पर पहुंचने के दौरान उन्हें टोलकर्मी ने फास्टैग का केवायसी अपडेट नहीं होने की जानकारी दी। इसके लिए वे यूनियन बैंक की सिविल लाइन शाखा पहुंचे जहां ई-केवायसी स्वयं अपडेट करने के बारे में बताया। अपने सहकर्मी रहे प्रमोद चंदेल के साथ वे मोबाइल फोन पर एप के माध्यम से केवायसी अपडेट कर रहे थे। इस दौरान केवायसी अपडेट कराने वाले कस्टमर केयर का अधिकारी बताने वाले व्यक्ति से बात हुई। उसके बताए अनुसार मिश्रा और उनके साथी ने मोबाइल फोन पर एप के माध्यम से केवायसी अपडेट किया और 200 रपुए का यूपीआई रिचार्ज भी कस्टमर केयर अधिकारी के कहने पर किया। इसके बाद वे बेटी- दामाद के साथ उपचार के लिए इंदौर चले गए।
– तीन दिन में तीन बार यूपीआई ट्रांजेक्शन से निकाले 200001 रुपए :
17 अप्रेल को जब उनके मोबाइल फोन पर 90 हजार रुपए की राशि निकालने का मैसेज आया तो वे परेशान हो गए। खाते की जानकारी निकालने पर उन्हें तीन बार में 200001 रुपए यूपीआई ट्रांजेक्शन के माध्यम से निकालने का पता चला। यह राशि 15, 16 और 17 अप्रेल को निकाली गई थी। ठगी की आशंका को देख वे बैंक पहुंचे और शेष राशि निकालते हुए बैंक अधिकारियों को इसके बारे में बताया। वहीं गोपालगंज थाने पहुंचकर शिकायत की जिस पर पुलिस ने अज्ञात बदमाश के विरुद्ध धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।