पत्रिका द्वारा उठाए गए सवाल पर लगी मुहर
पत्रिका ने अधीक्षका के तर्क ‘बच्चों ने सॉल्यूशन व कपड़ा चोरी किया था, जिसको लेकर उन्हें समझाइश दी थीÓ को लेकर सवाल खड़ा किया था। जिसमें इस बात की जांच भी होने की बात शामिल की थी कि आखिर सम्प्रेक्षण गृह में सॉल्यूशन जैसा नशीला पदार्थ पहुंचा कैंसे है। पत्रिका की शंका को लेकर दमोह जिले के किशोर न्याय बोर्ड सदस्य सुधीर जैन विद्यार्थी ने प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट को सौंपी अपनी रिपोर्ट में शामिल की है। इसके अलावा रिपोर्ट में बच्चों के साथ मारपीट की बात शामिल करते हुए शरीर पर चोटों के निशान की बात भी कही है। विद्यार्थी ने पांच बिंदुओं पर निष्पक्ष जांच कराने की अपील की है। जिसमें अधीक्षका को जांच के दौरान सम्प्रेक्षण गृह से दूर रखने, बच्चों के पृथक-पृथक बयान लेने, सीसीटीवी कैमरों की जांच न्यायालीन अधिकारी की उपस्थिति आदि शामिल हैं।
दो दिन से बच्चों के दयान कर रही टीम
शिकायत के बाद कलेक्टर द्वारा गठित की गई तीन सदस्यीय टीम सम्प्रेक्षण गृह के बच्चों से अलग-अलग पूछताछ कर रही है। जानकारी के अनुसार सोमवार व मंगलवार को टीम ने उन बच्चों के बयान दर्ज किए हैं जिनके साथ मारपीट हुई है। टीम बुधवार शाम तक जांच रिपोर्ट तैयार की प्रतिवेदन कलेक्टर के समक्ष सौंप सकती है।