अफसर सिर्फ पैसे खर्च करने की बना रहे प्लानिंग
लाखा बंजारा झील के चारों ओर करीब 118 करोड़ रुपए से विकास कार्य करने की प्लानिंग बनाई गई है लेकिन नालों के अतिक्रमण को लेकर अफसरों के पास कोई प्लानिंग नहीं। इतना ही नहीं दीलदयाल चौराहे से जिला अस्पताल तक जो स्मार्ट रोड प्रस्तावित की गई है उसमें भी अफसरों के साहस की हवा निकल गई। अतिक्रमण के सामने नतमस्तक हुए निगम और स्मार्ट सिटी के अफसरों ने महज साढ़े सात मीटर चौड़ी सड़क बनाने का ही निर्णय लिया है ताकि उन्हें कार्रवाई न करना पड़े।
इन कामों को करने को करने में असहाय-मजबूर दिख रहे अफसर
– नाले पर अतिक्रमण के साथ ही स्थानीय लोग तिली को जाने वाले मुख्य मार्ग पर वाहन पार्क कर रहे हैं, फिर भी अफसर आंखें बंद किए हुए हैं।
– संजय ड्राइव पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रुपए खर्च हो रहे हैं लेकिन टी-प्वाइंट से ही चार पहिया वाहनों की पूरे दिन लाइनें लगीं रहती हैं।
– ऑटो रिक्शा चालकों ने सवारियों के चक्कर में टी-प्वाइंट को नया अघोषित स्टैंड बना लिया है। शहर की यातायात व्यवस्था बेपटरी होने के पीछे निगम प्रशासन के अफसरों का ही हाथ है।
जल्द कार्रवाई होगी
संजय ड्राइव को टूरिस्ट प्लेस के हिसाब से विकसित करना है। यहां पर नीट एंड क्लीन यातायात व्यवस्था ही बनाएंगे। स्मार्ट सिटी के तहत जल्द ही सड़क का निर्माण कार्य शुरू होने वाला है जिसके लिए सभी प्रकार का अतिक्रमण हटाया जाएगा।
आरपी अहिरवार, निगमायुक्त