समाज के विकास के लिए राजनीति में सहभागिता की मांग करने हर संभाग में सम्मेलन के आयोजन व अन्य प्रस्तावों पर भी सहमति बनी। सम्मेलन के मप्र व उप्र के विभिन्न संभागों से करीब 700 कुशवाह प्रतिनिधियों ने सहभागिता की। सम्मेलन में शामिल प्रांतीय अध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाहा और समाज के अखिल भारतीय कार्यवाहक अध्यक्ष व भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भगत ङ्क्षसह कुशवाहा ने सम्मलित रूप से समाज के उत्थान का आव्हान किया। उन्होंने कहा जो दल समाज को राजनैतिक भागीदारी देगा, संगठन और सत्ता में समाज को महत्व देगा समाज के लोग उसके साथ होंगे। अब तक भाजपा ने अन्य दलों के मुकाबले कुशवाहा समाज को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी है, यदि अन्य दल इससे आगे बढ़कर हमारे साथ आते हैं तो कुशवाहा समाज उनके साथ होगा।
लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री अमर ङ्क्षसह कुशवाह ने कहा भाजपा-कांग्रेस ने कुशवाहा समाज का उपयोग केवल वोट बैंक के रूप मंे किया है। राजनीति और सत्ता में बराबरी नहीं मिलती तो वे समाज के दलों के साथ जाएं। राष्ट्रीय समानता दल के प्रदेश अध्यक्ष महेश कुशवाह ने कुशवाह ने युवाओं से एकजुट होकर आगे आने का आव्हान किया। प्रांत स्तर से आए पदाधिकारियों ने समाज में चेतना के लिए कैंट पार्षद वीरेन्द्र पटेल की अगुवाई की सराहना कर जिले में उनके नेतृत्व में समाज के विकास पर भी भरोसा जताया।
संयोजक एड.अर्जुन पटेल ने कहा जहां संख्या हमारी 17 प्रतिशत के आसपास है वहां हमारा एक भी व्यक्ति विधायक नहीं है। बुंदेलखण्ड के पांच जिलों में सागर में सागर नगर, सुरखी और देवरी में कुशवाहा मतदाता सबसे ज्यादा हैं, दमोह और पथरिया, टीकमगढ़, पन्ना में कुशवाह समाज की बहुलता है लेकिन एक भी विधायक नहीं है।
अंत में वरिष्ठजनों ने हाथ उठाकर ‘जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारीÓ का नारा बुलंद किया। शुभारंभ में महिला महासभा जिलाध्यक्ष पूनम पटेल ने स्वागत किया जबकि आभार कार्यक्रम अध्यक्ष वीरेन्द्र पटैल ने माना। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष प्रभुदयाल पटेल, पार्षद कल्पना पटेल, मोहन पटेल, धर्मेन्द्र पटेल बदौना, नीतेश कुशवाहा, हीरालाल पटेल, राजेश पटेल, कमलेश पटैल, चक्रेश पटेल, महेन्द्र पटेल सहित बड़ी संख्या में समाजजन मौजूद रहे।