वहीं, दूसरे नंबर पर शिवपुरी जिला अस्पताल आया है, जिसे 20 लाख रुपए दिए जाएंगे। तीसरे नंबर पर मुरैना जिला अस्पताल आया है। सिविल सर्जन डॉ. अरुण सराफ ने बताया कि भोपाल से मेल पर जानकारी मिली थी। चौथे स्थान पर जिला अस्पताल आया है। हालांकि थोड़ा वक्त मिलता तो निश्चित रूप से और बेहतर स्थिति होती।
दो बार में नहीं लगा था सागर का नंबर
योजना के तहत दो बार ग्रेडिंग तय हुई है। दोनों बार जिला अस्पताल टॉप-20 में भी अपनी जगह नहीं बना सका था। अपने स्तर पर सेल्फ असेसमेंट रिपोर्ट में प्रबंधन ने 70 फीसदी मूलभूत सुविधाएं बेहतर होने की बात कही थी, लेकिन टीम द्वारा दोनों बार किए गए निरीक्षण में इसे नकार दिया गया था। यह पहला मौका है जब जिला अस्पताल ने 30 अस्पतालों की सूची में चौथे स्थान पर जगह बना ली है।
ये है योजना
कायाकल्प अवार्ड योजना मुख्य रूप से स्वास्थ्य केंद्रों में सफाई सहित अन्य मूलभुत सुविधाओं पर दिए जाएंगे। इसके तहत प्रदेश में 5 तरह के अवार्ड हैं, इसमें प्रदेश के दो सबसे बेहतर जिला अस्पतालों का चयन किया जाएगा। प्रथम आने वाले अस्पताल को 50 लाख और द्वितीय अस्पताल को 20 लाख रुपए का नकद पुरस्कार सहित प्रमाण-पत्र दिया जाएगा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या उपजिला अस्पताल स्तर के प्रथम दो अस्पतालों को 20 लाख और 15 लाख का पुरस्कार दिया जाएगा। प्रत्येक जिला स्तर पर एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 2 लाख का पुरस्कार दिया जाएगा। साथ ही 70 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले केंद्र को अलग से भी पुरस्कृत किया जाएगा।