सागरPublished: Sep 18, 2018 04:34:45 pm
manish Dubesy
लोगों ने बेबाकी से उठाए सागर विधानसभा के मुद्दे
Jan Agenda 2018-23
सागर. राजनीतिक दल अपने हिसाब से शहर की कुछ समस्याएं तो एजेंडा में शामिल कर लेते हैं, लेकिन पूरा कब करेंगे इस पर जवाब गोलमोल ही होता है। जन एजेंडा में सबसे बड़ी बात यही होनी चाहिए कि हर समस्या के समाधान या विकास कार्य को एक तय समय सीमा में पूरा किया जाए।
जन एजेंडा २०१८-२३ को तैयार करने के लिए पत्रिका द्वारा लगातार दूसरे दिन सोमवार को दो अलग-अलग स्थानों पर बैठक आयोजित की गईं। सिविल लाइन में विभिन्न वर्ग के लोगों ने तो आट्र्स एंड कॉमर्स कॉलेज में युवा शक्ति ने चर्चा की।
इसी कड़ी में मंगलवार को पत्रिका कार्यालय में जन एजेंडा-२०१८-२३ तैयार करने के लिए एक और बैठक होगी इसमें क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों, बिंदुओं पर चर्चा के बाद मुहर लगेगी।
ये नए मुद्दे आए सामने
सिटी बस- शहर में सिटी बस का संचालन किया जाए।
सड़कों का चौड़ीकरण- अधिकतर मार्ग बेहद संकीर्ण हैं। एेसे मार्गों पर चौड़ीकरण की गुंजाइश है। सुगम यातायात के लिए इस दिशा में प्रयास होने चाहिए।
राज्य स्तरीय विवि- डॉ. हरिसिंह गौर विवि को केंद्रीय विवि का दर्जा मिलने के बाद से जिले के विद्यार्थियों के लिए एक राज्य स्तरीय विवि की जरूरत है। केंद्रीय विवि में दाखिला नहीं मिल रहा और कॉलेजों में पर्याप्त सीटों का अभाव है।
सड़कों से हटें मवेशी- सड़कों पर आवारा मवेशी चौबीस घंटे बैठे रहते हैं, इनके लिए स्थाई कार्रवाई होनी चाहिए।
पर्यटन- शहर में एक भी एेसा
स्थान नहीं, जहां छुट्टी के समय लोग घूमने-फिरने जा सकें। राजघाट, लाखा बंजारा झील को पर्यटन के हिसाब से विकसित किया जाए।
इनकी रही उपस्थिति- चेंजमेकर डॉ. धर्णेंद्र जैन, ऑटो पार्ट्स विक्रेता अखिल दुबे, भूगर्भशास्त्री डॉ. मनीष पुरोहित, कर्मचारी नेता विकास उपाध्याय, नंदकिशोर सेन, अनूप सिंह राजपूत, दीपेश ठाकुर, प्रेमनारायण, अनिल पटेल, कुंजबिहारी ठाकुर, नरेंद्र चढ़ार, भगवत अहिरवार, प्रनांक्षी पाण्डे, रामदेवी घोषी, सीता अहिरवार समेत अन्य।