script

पाकिस्तान बार्डर पर तैनात सेना के जवान के साथ शहर के भू-माफिया ने किया फर्जीवाड़ा

locationसागरPublished: Jul 20, 2019 09:56:51 pm

आठ साल पहले बेचे प्लाट का अब तक नहीं दिया कब्जा, एक साल पहले दूसरा प्लाट देने का किया था दोबारा एग्रीमेंट, अब कर दी मनाही, हर बार छुट्टी लेकर अपने प्लाट के लिए भटक रहा जवान।

Fraud with Army man

Fraud with Army man

सागर. जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान बार्डर के करीब सूरनकोट में देश की सुरक्षा में तैनात सेना का जवान शहर के भू-माफियों के फर्जीवाड़े में उलझकर बीते सात साल से भटक रहा है। जम्मू-कश्मीर में सेना की 16 आरआर बटालियन में हवालदार के पद पर पदस्थ नीलेश नगाइच ने 2012 में नगर निगम क्षेत्र में आने वाले बाघराज वार्ड में करीब तीन लाख रुपए में एक प्लाट खरीदा था, लेकिन जिन लोगों ने नीलेश को यह प्लाट बेचा था वह कब्जा देने के नाम पर बीते सात साल से केवल आश्वासन दे रहे हैं। अपनी जमा पूंजी लगाकर सेना के जवान नीलेश को प्लाट मिलता नजर नहीं आया तो इसकी शिकायत तहसीलदार कार्यालय में की और जांच हुई और फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ, लेकिन कार्रवाई के नाम पर अब तक एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा है। इसी से परेशान होकर अब नीलेश ने एसपी-कलेक्टर से लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय तक शिकायत भेजी है और प्लाटिंग कर लोगों को चूना लगा रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

यह है मामला
शिकायतकर्ता नीलेश नगाइच ने बताया कि वह जम्मू-कश्मीर में सेना की 16 आरआर बटालियन में हवालदार के पद पर पदस्थ है। नीलेश ने जो शिकायत पीएमओ कार्यालय तक भेजी है उसमें बताया गया है कि वह 2012 में छुट्टी पर सागर आया था। उस दौरान उसकी मुलाकात नितिन दीक्षित से हुई और उसने बाघराज वार्ड सागर में रामनरेश राजपूत, दीपक मिश्रा, उमेश यादव के द्वारा की गई प्लाटिंग में सस्ते दाम पर प्लाट उपलब्ध होने की बात बताई। इसके बात प्लाटिंग कर रहे लोगों से 400 रुपए प्रति वर्गफीट के हिसाब से 748 वर्गफीट का सौदा तय हुआ और 2 लाख 99 हजार 200 रुपए में दीपक मिश्रा के भाई रोशन मिश्रा से रजिस्टर्ड बैनामा से क्रय किया। इसके बाद नामांतरण कराया और जब प्लाट का नाप कराकर कब्जा देने की बात की गई तो हर बार बात टालते रहे और इसको अब तक सात साल बीत चुके हैं।

2018 में दोबारा किया एग्रीमेंट
वर्ष 2012 में नीलेश को प्लाट बेचने वाले रोशन मिश्रा ने फरवरी 2018 में फिर से एग्रीमेंट किया और उसमें स्वयं स्वीकार किया कि जो प्लाट मैंने अपने स्वामित्व का नीलेश को बेचा था उसमें बैनाम में दिए गए ऐरिया से वास्तविक जगह कम पाई गई। इसलिए उसी खसरे में से 748 की जगह 875 वर्गफीट का प्लाट एक्सचेंज डीड के तहत आपको दे रहा हूं। इस एग्रीमेंट में रोशन गुप्ता ने यह भी लिखित में दिया कि वह 5 अप्रैल तक उक्त प्लाट की रजिस्ट्री कर देगा और रजिस्ट्री का खर्चा स्वयं उठाएगा। यदि ऐसा न किया गया तो खरीददार यानी नीलेश नगाइच कानूनी कार्रवाई के लिए स्वतंत्र हैं।

पीएमओ कार्यालय तक की शिकायत
नीलेश ने परेशान होकर स्थानीय स्तर पर कलेक्टर, एसपी के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय तक फर्जीवाड़े की यह शिकायत की है। जिसमें पोद्दार कॉलोनी निवासी रोशन मिश्रा व दीपक मिश्रा, रोजगार कार्यालय के समीप रहने वाले रामनरेश सिंह राजपूत और सूबेदार वार्ड में खेमचंद अस्पताल के पास रहने वाले उमेश यादव पर फर्जीवाड़ा करने के आरोप लगाए हैं।

जमा पूंजी इस प्लाट को खरीदने में लगा दी
मुझे साल में केवल तीन बार ही बमुश्किल छुट्टी मिलती है और सात साल से मेरी छुट्टियां प्लाट के बेचवार और उसके साथियों के चक्कर काटने में ही गुजर गई। मैं छुट्टी पर आता हूं, लेकिन अपने बच्चों और पत्नी को भी समय नहीं दे पाता। मैंने अपनी जमा पूंजी इस प्लाट को खरीदने में लगा दी, अब यह लोग अभद्रता पर उतर आए हैं।
नीलेश नगाइच, हवालदार, 16 आरआर बटालियन जम्मू-कश्मीर

ट्रेंडिंग वीडियो