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प्रत्यक्ष चुनाव ने दिए तीन स्थाई महापौर, अप्रत्यक्ष में रही अघोषित खींचतान

locationसागरPublished: Sep 28, 2019 12:38:53 am

वर्ष-1983 से 2000 तक दो साल से ज्यादा महापौर की सीट पर नहीं रह पाया काबिज, पिछले 19 सालों में तीन स्थाई महापौर मिले, अप्रत्यक्ष चुनाव से कांग्रेस को मिल सकता है फायदा, नगर सरकार बनाने निर्दलीयों पर रहेगी विशेष नजर, अब पार्षद का चुनाव लड़ेंगे कई दिग्गज नेता
 

प्रत्यक्ष चुनाव ने दिए तीन स्थाई महापौर, अप्रत्यक्ष में रही अघोषित खींचतान

प्रत्यक्ष चुनाव ने दिए तीन स्थाई महापौर, अप्रत्यक्ष में रही अघोषित खींचतान

सागर. नगर निगम सागर क्षेत्र के लिए प्रत्यक्ष चुनावों ने लंबी सरकारें दीं हैं। वर्ष-2000 से शुरू हुए प्रत्यक्ष चुनाव ने पांच साल के तीन स्थाई महापौर दिए। वर्ष-1983 में सागर के नगर निगम बनने के बाद से वर्ष-2000 तक पांच महापौर रहे। इस समयावधि में सात साल तक नगर निगम में प्रशासक भी तैनात रहे। शुरुआत वर्षों में एक से डेढ़ साल ही महापौरों का कार्यकाल रहा। विशेषज्ञों की माने तो राजनीतिक दलों के तत्कालीन पदाधिकारियों ने ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को प्रमोट करने के लिए औसतन दो साल तक ही महापौर बनाकर रखा, जबकि परिषद का कार्यकाल चार वर्ष का रहता था।

पार्षद का चुनाव लड़ेंगे कई दिग्गज

कमलनाथ सरकार द्वारा अप्रत्यक्ष प्रक्रिया से नगरीय निकायों के चुनावों की घोषणा के बाद अब पार्षदी के चुनाव पर दिग्गजों की नजरें गढ़ गईं हैं। कुछ बड़े नेताओं के फलां-फलां वार्ड से पार्षद का चुनाव लडऩे की अटकलें लगाए जाने का दौर भी शुरू हो गया है। इन अटकलों में भाजपा-कांग्रेस समेत कुछ समाजसेवा से जुड़े नाम भी सामने आ रहे हैं।

कांग्रेस को होगा ज्यादा फायदा

नगर निगम के 48 वार्डों में वर्तमान में सबसे ज्यादा वार्डों पर भाजपा पार्षद काबिज हैं। लगभग 26 वार्ड भाजपा, 11 कांग्रेस, 10 निर्दलीय और एक बसपा के पास है। विशेषज्ञों की माने तो अप्रत्यक्ष चुनाव में इस बार कांग्रेस को ज्यादा फायदा हो सकता है क्योंकि भाजपा के कुछ वार्डों के साथ लगभग सभी निर्दलीय वार्डों पर कांग्रेस की नजर है।

फैक्ट फाइल

महापौर का नाम कब से कब तक रहे काबिज
नवीन कुमार जैन 12.08.83 से 11.08.84

हुकुम चंद चौधरी 12.08.84 से 11.08.85
उत्तमचंद्र खटीक 12.08.85 से 11.08.87

प्रशासक 12.08.87 से 04.01.95
लोकमन खटीक 05.01.95 से 1997

राजाराम अहिरवार 25.07.97 से 1998
लोकमन खटीक 1998 से 04.01.2000

मनोरमा गौर 05.01.2000 से 04.01.2005
प्रदीप लारिया 05.01.2005 से 04.01.2010

कमला बुआ 05.01.2010 से 09.12.2011
अनीता अहिरवार 02.04.2012 से 21.01.2014

पुष्पा शिल्पी 22.01.2014 से 31.12.2014
अभय दरे 01.01.2015 से अभी तक

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