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4.50 करोड़ रुपए से बने ऑडिटोरियम की पार्किंग पर झारखंड की तर्ज पर बना रहा है नक्षत्र वन, अब ये होगी समस्या

locationसागरPublished: Nov 12, 2018 02:51:42 pm

Submitted by:

manish Dubesy

मेडिकल कॉलेज में कहां खड़ी होंगी 500 गाडिय़ां, पार्र्किंग की आधी जगह पर किया कब्जाबाहर होने वाले बड़े आयोजन भी अब नहीं हो पाएंगे

BMC auditorium parking constellation forest problem

BMC auditorium parking constellation forest problem

आकाश तिवारी.
सागर. वन विभाग झारखंड के रांची जिले की तर्ज पर बीएमसी में नक्षत्र वन तैयार कर रहा है। ध्यान, शांति और मेडिटेशन के लिए तैयार किए जा रहे इस औषद्यी वन की तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। कहने को तो यह वन जल्द बनकर तैयार हो जाएगा, लेकिन इससे नव निर्मित ऑडिटोरियम का उद्देश्य निश्चित रूप से फीका होने वाला है।
फैक्ट फाइल
2007 वर्ष में ऑडिटोरियम निर्माण का काम हुआ था शुरू।
4.50 करोड़ रुपए खर्च हुए।
700 सीटर है ऑडिटोरियम
500 कारें आईं तो जगह नहीं पार्र्किंग के लिए
दरअसल, जिस जगह पर यह वन डेवलप किया जा रहा है। वह ऑडिटोरियम की पार्र्किंग की जगह है। इसके आधे हिस्से पर वन विभाग ने कब्जा कर वाहनों की पार्र्किंग की समस्या खड़ी कर दी है। ७०० सीटे वाले इस ऑडिटोरियम में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में अंदाजन ५०० लोग कारें लेकर आएंगे। एेसे में यह कारें कहां खड़ी की जाएंगी यह अपने आप में बड़ा सवाल है। इतने ज्यादा वाहन एक जगह पर खड़े करने के लिए बीएमसी में कोई और जगह नहीं है।
सिटी फॉरेस्ट में नक्षत्र वन बनाया गया है। बीएमसी में तैयार होने वाला यह वन नक्षत्र दूसरा है। हैरानी की बात यह है कि वन विभाग को शहर में कहीं और इसके लिए जगह नहीं मिली है। जबकि वन विभाग चाहता तो शहर से थोड़ी दूर मैनपानी में भी इसे तैयार कर सकता था। यहां पर भी बीएमसी की ५० एकड़ जमीन है। यहां पर कैंसर रोगियों का अस्पताल तैयार होना है। सबसे ज्यादा फायदा मरीजों को इस जगह पर मिलता।
नहीं मिलेगा फायदा
ऑडिटोरियम का उपयोग प्रबंधन कमर्शियल उपयोग के लिए भी करेगा। ३५ हजार रुपए एक दिन की फीस भी तय की है। लेकिन ऑडिटोरियम में पर्याप्त जगह न होने के कारण अब यहां पर आयोजन के लिए लोग कतराएंगे। एेसे में बीएमसी को ज्यादा फायदा नहीं मिल पाएगा। एेसे में विकास कार्यों और मरीज हित से जुड़े कामों को कराने के लिए प्रबंधन को शासन का मुंह ताकना होगा।
बाहर भी नहीं होगा कोई आयोजन
ऑडिटोरियम में जगह कम होने पर इससे बड़े आयोजन के लिए बाहर स्टेज बनाया गया है। ठीक सामने पार्र्किंग वाली जगह पर लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां रखवाई जा सकती हैं। लेकिन आधे हिस्से में वन विभाग द्वारा कब्जा कर लेने से यहां बड़ा आयोजन नहीं हो सकता है। या यूं कहें कि ऑडिटोरियम के अलावा बाहरी स्टेज पर कोई कार्यक्रम नहीं आयोजित हो सकता है।
1000 से ज्यादा उखाड़ दिए पेवर ब्लॉक
पार्र्किंग जोन में पेवर ब्लॉक बिछाए गए थे। जिस हिस्से पर नक्षत्र वन तैयार किया जा रहा है वहां से वन विभाग ने १००० से ज्यादा पेवर ब्लॉक उखाड़ दिए हैं। लाखों की लागत से बिछाए गए पेवर ब्लॉक खराब कर दिए हैं। वहीं, उनके ढेर भी परिसर में यहां-वहां लगाए दिए हैं। उखाड़े गए पेवर ब्लॉक में कई तो अनुपयोगी हो चुकी हैं। जो बचे हैं उनका उपयोग के लिए कहीं भी जगह नहीं बची है।
सर्वे किया था
वन विभाग ने बीएमसी में तीन स्थानों का सर्वे किया था। ऑडिटोरियम के पास वाली खाली जगह पर नक्षत्र वन के लिए चिंहित किया है। मुझे जानकारी थी कि वहां स्टाफ क्वार्टर में रहने वाले लोगों के वाहन पार्क करने के लिए जगह है। ऑडिटोरियम के लिए पार्र्किंग की जगह की बात नहीं पता थी।
डॉ. जीएस पटेल, डीन

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