सर्वे टीम को धमकाते हुए कहा- 10 मिनिट में निकल जाओ वरना अच्छा नहीं होगा, फिर तोड़ दिए उपकरण
सागरPublished: Aug 25, 2019 01:27:38 pm
सर्वे करने भोपाल से आई टीम को ग्रामीणों ने खदेड़ा
सागर. बहुचर्चित और बहुउद्देशीय (मल्टीपरपस) बीना कांपलेक्स (बीना नदी परियोजना) के तहत चल रहे कार्य में कतिपय ग्रामीण रोड़ा बन गए हैं। पिछले दिनों भोपाल से आई योजना से जुड़ी विभागीय टीम से ग्रामीणों ने कहा कि 10 मिनिट में यहां से निकल जाओ नहीं तो अच्छा नही होगा। ग्रामीणों ने अभद्रता कर वाहन में रखे उपकरणों को क्षतिग्रस्त कर दिया। अधिकारियों के आवेदन पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। हालांकि परियोजना के कार्य में रुकावट डालने का यह पहला मामला नहीं है पूर्व में भी ग्रामीणों ने इस तरह की हरकतें की हैं। इस मामले में परियोजना से जुड़े अधिकारी और पुलिस स्थिति साफ नहीं कर पा रहे हैं। मालूम हो कि करीब ३७०० करोड़ की परियोजना में तीन बांधो का निर्माण प्रस्तावित है।
मिली जानकारी के अनुसार परियोजना मढिय़ा बांध के लिए गत 22 अगस्त को हाइड्रोटेक एंड कंसलटेंट कंपनी भोपाल के ठेकेदार के कर्मचारी परियोजना से जुड़े अधिकारियों के साथ साईट पर पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि, वारिश होने के कारण कंपनी के वाहन जिनमें सर्वे के उपकरण रखे हुए थे, को ग्राम सागोनी गुमरिया के पास खड़ा कर साईट पर गए। यहीं पर परियोजना के अधिकारियों को वाहन भी खड़े थे। ठेकेदार विजयंत जैन ने बताया कि इसी दौरान गांव के लोगों ने हमारे वाहन में रखे करीब ११ लाख के उपकरणों को क्षतिग्रस्त कर दिया। पूर्व में भी ग्रामीण हमे कार्य करने से मना कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि उपकरणों में रोलर वेश एक कंट्रोलर, दो ट्राइपॉड स्टैंड, 3 बैटरी, 3 चार्जर शामिल हैं। उन्होंने संदेह जाहिर किया कि यदि ग्रामीण परियोजना का विरोध कर रहे हैं तो कंपनी के वाहनों के साथ तोड़-फोड़ क्यों नहीं हुई।
यह कहना है परियोजना व पुलिस अधिकारियों का
परियोजना के ईई सौरभ त्रिवेदी का कहना था कि हमने अज्ञात लोगों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई के लिए राहतगढ़ थाना में सूचना दी है। लोगों ने कुछ उपकरणों को क्षति पहुंचाई है। राहतगढ़ एसडीओपी रघु प्रसाद का कहना था कि कर्मचारी-अधिकारियों के साथ मारपीट नहीं हुई है, कुछ उपकरणों को तोड़ा गया है। पीडि़त पक्ष से बयान दर्ज कराने को कहा गया है। इधर राहतगढ़ थाना प्रभारी अखिलेश मिश्रा का कहना है कि कंपनी के कर्मचारियों ने आवेदन दिया है, जिसकी जांच चल रही है, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।