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सावधान: यहां टंकियों की नहीं होती सफाई, पानी पीते समय रखना ध्यान

locationसागरPublished: Jul 20, 2019 04:58:48 pm

वर्ष-2017 के स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत चला था अभियान, टंकियों पर सफाई कार्य, क्षमता आदि की जानकारी लिखना जरूरी, कैंट क्षेत्र में भी देखने को मिली यही अव्यवस्था

Be careful: there is no cleaning of tanks

सावधान: यहां टंकियों की नहीं होती सफाई, पानी पीते समय रखना ध्यान

सागर. शहर के ओवरहेड टैंकों कब साफ हुए थे या नहीं, इसकी टंकियों पर किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं लिखी गई है। पत्रिका ने शहर की टंकियों की पड़ताल की तो कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए। काकागंज, पुरव्याऊ वार्ड क्षेत्र की पानी की टंकियों पर व उसके आसपास इस प्रकार की कोई भी जानकारी अंकित नहीं मिली कि उनकी पिछली दफा कब सफाई हुई थी। इतना ही नहीं उन पर अन्य जानकारी भी अंकित नहीं मिली। नियमानुसार ओवरहेड टैंक पर यह जानकारी लिखना जरूरी होता है कि उसकी पिछली बार कब सफाई हुई थी, अगली बार कब होगी, टंकी की भराव क्षमता कितनी है, इसकी देखरेख करने वाले का नाम व मोबाइल नंबर आदि क्या है लेकिन शहर में इस मामले में बड़ी अव्यवस्था देखने को मिली है।

वर्ष-2017 में हुई थी सफाई
स्वच्छता सर्वेक्षण-2017 के तहत शहर की सभी टंकियों का रंगरोगन किया गया था। नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि इस वर्ष टंकियों की सफाई भी की गई थी। नियमानुसार साल में कम से कम दो बार टंकियों की सफाई किया जाना अनिवार्य है लेकिन निगम प्रशासन ने इस मामले में बड़ी लापरवाही की है।

40 प्रतिशत शहर डायरेक्ट सप्लाई से पीता है पानी
राजघाट बांध की सप्लाई कुछ वार्डों में डायरेक्ट होती है। शहर में मात्र पांच ओवरहेड टैंक ही है जिनसे सप्लाई की जाती है। करीब 18 से 20 वार्डों की जनता डायरेक्ट सप्लाई से पानी भरती है जिसके कारण यहां पर ओवरहेड टैंकों की भूमिका समाप्त ही है। शहर में दूषित व मटमैला पानी आने की शिकायत के बाद अब निगम प्रशासन ने सभी ओवरहेड टैंकों की सफाई करवाने का निर्णय लिया है।

यहां मिली अव्यवस्था
– काकागंज शमशानघाट के पास स्थित ओवरहेड टैंक पर किसी प्रकार की जानकारी नहीं मिली।
– पुरव्याऊ वार्ड की टंकी पर भी यही अव्यवस्था देखने को मिली। तैनात कर्मचारी ने बताया कि 7 महीने पहले सफाई हुई थी।
– कैंट क्षेत्र में आने वाली ककरयाऊ घाटी क्षेत्र की टंकी पर भी सफाई संबंधी कोई जानकारी लिखी नहीं मिली।

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