तिली निवासी सूर्यप्रताप गर्ग ने बताया कि कुछ दिन से वे जैसे ही ऑनलाइन पेमेंट एप से रुपए ट्रांसफर करते हैं तो हर बार 17 रुपए कट रहे हैं। यह चार्ज केवल एसबीआई खाते का उपयोग करने पर हो रहा है। उनका कहना है कि चाहे राशि सैकड़ा में हो या हजारों में बैंक 17 रुपए शुल्क के रूप में काट रही है, यही राशि जब पीएनबी के खाते के माध्यम से करते हैं तो कोई शुल्क नहीं लग रहा है।
कुछ समय पहले यह भी आया था मामला
शहर के पंडापुरा निवासी श्रवण चौरसिया ने बताया कि उनको सूचना मिली थी कि आरबीआई के निर्देश पर बिना जिन उपभोक्ताओं के एटीएम बिना चिप वाले हैं, उन्हें संबंधित शाखा निरूशुल्क चिप वाला एटीएम देगी। इसके बाद चौरसिया ने स्वयं व अपनी पत्नी पदमा के नाम से चिप वाले एटीएम के लिए बैंक में आवेदन दिया, लेकिन जब पासबुक पर एंट्री करवाई तो पता चला कि एटीएम बनाने के नाम पर बैंक ने खातों से 204 के मान से 408 रुपए काटे हैं। इस बात की शिकायत बैंक अधिकारी से की, लेकिन वे सुनने के लिए तैयार नहीं थे। इतना ही नहीं बैंकिंग लोकपाल से भी शिकायत करनी चाही लेकिन नियम में यह है कि जब बैंक एक माह तक शिकातय का निराकरण न करे तब लोकपाल में शिकायत कर सकते हैं। इसके बाद चौरसिया ने करीब 20 दिन तक बैंक के चक्कर काटे, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
हर सुविधा का शुल्क तो खाते की सुरक्षा क्यों नहीं