सागरPublished: Sep 21, 2018 04:44:22 pm
manish Dubesy
प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ के आगमन की तैयारी
Seasonal diseases
सागर. दुनियाभर में 21 सितंबर को अल्जाइमर दिवस मनाया जाता है। अल्जाइमर एक तरह की भूलने की बीमारी है, जो सामान्यत: बुजुर्गों में होती है। इस बीमारी से पीडि़त मरीज सामान रखकर भूल जाते हैं। यही नहीं, वह लोगों के नाम, पता या नंबर, खाना, अपना ही घर, दैनिक कार्य, बैंक संबंधी कार्य, नित्य क्रिया तक भूलने लगता है। डॉ. प्रदीप चौहान ने बताया कि अस्पताल में आने वाले अल्जाइमर के मरीजों की संख्या न के बराबर हैं, क्योंकि सामान्यत: यह बीमारी बुजुर्गों को होती है। लोग बुढ़ापे की वजह इस बीमारी को मानते हैं।
डॉ. अमिताभ जैन ने बताया कि अल्जाइमर बीमारी, डिमेंशिया रोग का एक प्रमुख प्रकार है। डिमेंशिया के अनेक प्रकार होते हैं। इसलिए इसे अल्जाइमर डिमेंशिया भी कहा जाता है। अल्जाइमर डिमेंशिया वृद्धावस्था में होने वाला एक ऐसा रोग है, जिसमें मरीज की स्मरण शक्ति कमजोर होती जाती है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे यह रोग भी बढ़ता जाता है। याददाश्त क्षीण होने के अलावा रोगी की सोच-समझ, भाषा और व्यवहार पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
ये करें उपाय
बादाम व ड्राई फ्रूट खाने से दिमाग तेज होता है और याददाश्त बढ़ती है।
फूलगोभी के सेवन से दिमाग तेज होता है। इससे हड्डियां भी मजबूत होती हैं।
बढ़ती उम्र में लोग अपना काम खुद करते हैं तो उन्हें अल्जाइमर रोग होने का खतरा कम होता है,स्मरण शक्ति बढाती है।
हरी पत्तेदार सब्जियां, फलियां, साबुत अनाज, मछली, जैतून का तेल अल्जाइमर रोग से लडऩे में मदद करती हैं।
ऐसे बढ़ाएं याददाश्त
रोजाना व्यायाम और योग करके अल्जाइमर के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
मेडिटेशन करने से भूलने की समस्या पर काबू पा सकते हैं।
याददाश्त तेज करने के लिए सर्वांगासन करें।
दिमाग तेज करना हो और याददाश्त बनाए रखनी हो तो भुजंगासन करें।
ठ्ठएकाग्रता बढ़ाने के लिए कपालभाति प्राणायाम करें।
बीमारी के लक्षण
यादाश्त का कमजोर होना
जानी पहचानी जगह के बारे में भूल जाना-भाषा की परेशानी होना-एक ही शब्द को दोहराना
समय और स्थान भूलना
सोचने की क्षमता में कमी आना
किसी खास या परिचित को देखने के बाद भी उसके बारे में कुछ भी याद न आना
-मूड में लगातार बदलाव आना