तंजानिया से इलाज कराने बीएमसी आ रहे मेहमान का एयर इंडिया ने दिल्ली में छोड़ा बैग
सागर. तंजानिया के जंजीवार से बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज इलाज कराने आ रहे मेहमान का बैग एयर इंडिया के कर्मचारियों ने दिल्ली में ही छोड़ दिया। तंजानिया का मरीज व डॉक्टर एक घंटे तक भोपाल एयरपोर्ट पर परेशान होते रहे। गनीमत रही कि पीडि़तों ने बीएमसी के प्रोफेसर से संपर्क किया और उन्होंने एयर इंडिया के कर्मचारियों से फोन पर बात की। एयर इंडिया के कर्मचारियों ने जल्द ही बैग को सागर पहुंचाने का आश्वासन दिया है। वहीं मामले में भोपाल एयरपोर्ट डायरेक्टर रामजी अवस्थी ने संबंधित एयरलाइंस से संपर्क कर यात्री की पूरी सहायता करने की बात कही।
इलाज की इच्छा जताई तो तंजानिया के डॉक्टर व मरीज को दिया आने का न्यौता
जंजीवार तंजानिया निवासी 41 वर्षीय खामिस जुमा को लंबे समय से कमर और गर्दन में दर्द है। मरीज ने तंजानिया के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. इब्राहिम मोहम्मद से इलाज कराया लेकिन बिना ऑपरेशन बीमारी का इलाज नहीं हो पा रहा था। डॉ. इब्राहिम मोहम्मद ने करीब 3 माह पहले इंटरनेट के माध्यम से इंडिया के आईएओएस ग्रुप से जुड़े बीएमसी डॉ. सर्वेश जैन से संपर्क किया और बिना ऑपरेशन मरीज के इलाज की जानकारी ली। भारत में इस तरह की बीमारी का इलाज आम है। बीएमसी के डॉ. सर्वेश जैन इस तरह के केस में अब तक करीब एक हजार मरीजों का उपचार एपिड्यूरल स्टेरॉयड इंजेक्शन, ओजोन थेरेपी से कर चुके हैं। तंजानिया के डॉक्टर व मरीज ने जब बीएमसी में इलाज की इच्छा जताई तो डॉ. सर्वेश जैन ने आने का न्यौता दिया।
भोपाल फ्लाइट में बैग रखना भूले कर्मचारी
विगत दिन तंजानिया के डॉ. इब्राहिम मोहम्मद और मरीज खामिस जुमा तंजानिया से ओमान होते हुए सोमवार की सुबह मुंबई पहुंचे। मुंबई से एयर इंडिया की फ्लाइट से सुबह 11 बजे दिल्ली होते हुए शाम 4 बजकर 5 मिनट पर भोपाल एयरपोर्ट पहुंचे। भोपाल एयरपोर्ट पर डॉ. इब्राहिम मोहम्मद और मरीज खामिस जुमा को पता चला कि उनका एक बैग फ्लाइट में नहीं आया। उन्होंने बीएमसी के प्रो. डॉ. सर्वेश जैन और एयर इंडिया के कर्मचारियों से संपर्क किया। पता चला कि मुंबई से दोपहर 2 बजे दिल्ली पहुंची एयर इंडिया की फ्लाइट से उनका बैग भोपाल फ्लाइट में नहीं रखा गया।
5 दिन तक डॉक्टरी सीखेगा तंजानिया का डॉक्टर
बीएमसी के प्रो. डॉ. सर्वेश जैन ने कहा कि तंजानिया से आए मरीज और डॉक्टर सोमवार की रात सागर पहुंच गए। मरीज का इलाज किया जाएगा और वहां के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ने बिना ऑपरेशन के कमर व गर्दन दर्द के इलाज का हुनर सीखने की जिज्ञासा जताई थी इसलिए वे 5 दिनों तक यहीं रहेंगे। -यात्री ने एयरपोर्ट प्रबंधन को जानकारी दी है संबंधित एयरलाइंस से संपर्क कर यात्री की पूरी सहायता करवाई जाएगी।रामजी
अवस्थी, एयरपोर्ट डायरेक्टर भोपाल।