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Election 2018 : मऊगंज को जिला बनाने से कम कुछ भी मंजूर नहीं, लोग बोले नेता केवल भाषणबाजी कर दे रहे आश्वासन

locationरीवाPublished: Sep 19, 2018 01:49:59 pm

Submitted by:

Mrigendra Singh

– पत्रिका के जन एजेंडा बैठक में शामिल क्षेत्र के लोगों ने बताई अपनी प्राथमिकताएं

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vidhansabha election 2018

रीवा। विधानसभा का चुनाव नजदीक है, सभी राजनीतिक दल और चुनाव मैदान में उतर रहे नेता जनता से वायदों की झड़ी लगा रहे हैं। हर कोई चुनाव जीतने वह सब घोषणाएं करने के लिए तैयार जो वोटों की संख्या बढ़ा सकती है। जनता भी अब समझ रही है और वह हर गतिविधि का आंकलन कर रही है।
पत्रिका द्वारा जन एजेंडा 2018-23 के तहत मऊगंज के विश्राम गृह में बैठक आयोजित की गई। जहां पर लोगों ने क्षेत्र के विकास की प्राथमिकताएं गिनाई और पूर्व में दिए गए आश्वासनों पर अमल नहीं होने का भी जिक्र किया। आगामी पांच वर्षों में सबसे बड़ा कार्य लोग मऊगंज को जिला बनाने को मानते हैं। विधानसभा क्षेत्र का हर व्यक्ति पहली प्राथमिकता मऊगंज को जिला बनाने को दे रहा है। इसके बाद मूलभूत सुविधाएं लोग चाहते हैं।
चुनाव को लेकर मुद्दों पर यही लोग कह रहे हैं कि जिला बनाए जाने से अन्य सभी समस्याओं का निदान हो जाएगा। विकास के हर कार्य तेजी से होंगे। कई वर्षों से नेता लगातार भाषण दे रहे हैं लेकिन इसे मूर्तरूप नहीं दिला सका है। जातीय गणित भी चुनाव में हावी रहने की संभावना है। इस बैठक में रविकांत पाण्डेय, शेषमणि पटेल, रामनरेश पटेल, लाला तिवारी, हीरालाल जायसवाल, रामजी मिश्रा, अखिलेश, प्रदीप कुशवाहा, यज्ञभान साकेत, तेजभान साहू, सोनू पांडेय, मालिक प्रसाद आदि ने विचार व्यक्त किए और क्षेत्र के विकास के लिए जन एजेंडा की प्राथमिकताएं बताई। क्षेत्रीय विधायक के बारे में लोगों ने कहा कि वह पूरे पांच साल धरना-प्रदर्शन करते रहे लेकिन बड़े कार्यों को मुकाम तक नहीं पहुंचा पाए। बिजली की समस्या अब भी बनी है, बाणसागर का पानी पहुंचाने प्रोजेक्ट पर आगे काम नहीं हुआ।
इन कार्यों के लिए जनता ने गिनाई प्राथमिकताएं
– मऊगंज को जिला बनाया जाए।
– एडीएम की पदस्थापना होने के बाद भी नहीं बैठते, व्यवस्था बनाई जाए।
– मऊगंज में १०० विस्तरा सिविल अस्पताल बनाने की केवल घोषणा हुई, उस पर अमल हो।
– शिक्षा का स्तर सुधारने किए जाएं बेहतर प्रयास।
– बिजली ट्रांसफार्मर सुधारे जाएं और कटौती बंद हो।
– मऊगंज कस्बे से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक की सड़कें सुधारी जाएं।
– बाणसागर परियोजना का पानी क्षेत्र के लोगों को मिले।
– स्वच्छता के साथ ही मऊगंज के वार्डों का भी हो विकास, सुलभ कॉम्लेक्स की संख्या बढ़ाई जाए।
– बस स्टैंड की बिल्डिंग निगम परिषद को हैंडओवर की जाए, ट्रैफिक व्यवस्था में हो सुधार।
– उद्योगों की स्थापना कराई जाए ताकि क्षेत्र के युवाओं को रोजगार मिल सके।
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ये रही लोगों की प्रमुख राय
– नारेन्द्र तिवारी, समाजसेवी – स्थानीय निकायों को सशक्त बनाया जाए कि ताकि विकास तेजी से हो सके। इसके साथ जनप्रतिनिधियों के दायित्व बढ़ाने की जरूरत है। मऊगंज को जिला बनाना प्राथमिकता में होना चाहिए।
– मुद्रिका चतुर्वेदी, उपसरपंच मुदरिया- मऊगंज को जिला बनाना चाहिए, क्षेत्र का बड़ा हिस्सा पानी के संकट से जूझता है। उसके लिए भी ठोस कदम उठाए जाएं।
– जयभारत सिंह, सेवानिवृत्त शिक्षक- शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। इसके लिए स्कूलों से लेकर उच्च शिक्षा तक की व्यवस्था में सुधार की जरूरत है। कन्या महाविद्यालय की भी जरूरत है।
– अशोक समदरिया, पत्रकार- मऊगंज का बस स्टैंड भवन वर्षों से बना है लेकिन उपयोग नहीं हो रहा। ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई है। स्वच्छता केवल मुख्य सड़कों पर दिख रही है, वार्डों की स्थिति दयनीय है। दो चिकित्सकों के भरोसे अस्पताल है, इन सबके लिए व्यवस्था जरूरी है।
अभयराज साकेत- रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं, ताकि दूसरे राज्यों में मजदूरी के लिए लोगों को भटकना नहीं पड़े।

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