मामला सदन में उठाया
राज्यसभा सदस्य अजय प्रताप सिंह ने रीवा-सीधी सिंगरौली फोरलेन सड़क निर्माण का मामला सदन में उठाया है। इसमे बताया कि इपीसी योजना के तहत इस सड़क का निर्माण 48 महीनों में 14दिसम्बर 2018 तक हो जाना चाहिए था। लेकिन अभी किलोमीटर 15.35 के पास 2.28 किलोमीटर टनल का निर्माण और लगभग 22 किलोमीटर सड़क का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। इसमें गुढ़ पहाड़ से चोरहटा तक का हिस्सा शामिल है। वहीं रीवा से सिंगरौली मार्ग में वर्ष 2019 में काम प्रांरभ हुआ था। १०२ किलोमीटर की इस सड़क में 159 करोड़ रुपए खर्च किए जाने थे। लेकिन इस सड़क का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हुआ। जबकि इस सड़क के निर्माण के लिए 18 सितम्बर 2015 तक समय सीमा निर्धारित थी। इसका निर्माण रीवा सीधी-सिंगरौली रोड प्राइवेट लिमिटेड नईदिल्ली को दिया गया था। लेकिन निर्धारित अवधि में यह सड़क पूरा नहीं हो पाई है। इसके कारण निर्माण करने वाली कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर जुर्माना लगाने का प्रस्ताव एमपीआरडीसी ने भारत सरकार को भेजा है।
राज्यसभा सदस्य अजय प्रताप सिंह ने रीवा-सीधी सिंगरौली फोरलेन सड़क निर्माण का मामला सदन में उठाया है। इसमे बताया कि इपीसी योजना के तहत इस सड़क का निर्माण 48 महीनों में 14दिसम्बर 2018 तक हो जाना चाहिए था। लेकिन अभी किलोमीटर 15.35 के पास 2.28 किलोमीटर टनल का निर्माण और लगभग 22 किलोमीटर सड़क का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। इसमें गुढ़ पहाड़ से चोरहटा तक का हिस्सा शामिल है। वहीं रीवा से सिंगरौली मार्ग में वर्ष 2019 में काम प्रांरभ हुआ था। १०२ किलोमीटर की इस सड़क में 159 करोड़ रुपए खर्च किए जाने थे। लेकिन इस सड़क का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हुआ। जबकि इस सड़क के निर्माण के लिए 18 सितम्बर 2015 तक समय सीमा निर्धारित थी। इसका निर्माण रीवा सीधी-सिंगरौली रोड प्राइवेट लिमिटेड नईदिल्ली को दिया गया था। लेकिन निर्धारित अवधि में यह सड़क पूरा नहीं हो पाई है। इसके कारण निर्माण करने वाली कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर जुर्माना लगाने का प्रस्ताव एमपीआरडीसी ने भारत सरकार को भेजा है।
कंपनी का वित्तीय संकट, कीमत चुका रहे राहगीर
रीवा-सिंगरौली के बीच सड़क निर्माण करने वाली कंपनी व अधिकारियों के कार्यकलापों के कारण सड़क नहीं बन पाई। इसके बाद काम शुरु हुआ तो कंपनी ने अपनी वित्तीय संकट का हवाला दे दिया। लेकिन इन सबमे सबसे अधिक परेशानी रहगीरों को उठानी पड़ रही है। रीवा-सिंगरौली के बीच खराब सड़क में गुजरने के दौरान गड्ढों एंव धूल से लोगों का बुरा है। वहीं सीधी से सिगंरौली मार्ग की स्थित तो बहुत खराब है परिणाम स्वरुप रहगीर इस मार्ग के वजाए अन्य वकैल्पिक मार्ग से गुजर रहे हंै। जबकि इन दोनों सड़कों पर लगने वाली लागत आम जनता से वसूल किया जाना है।
रीवा-सिंगरौली के बीच सड़क निर्माण करने वाली कंपनी व अधिकारियों के कार्यकलापों के कारण सड़क नहीं बन पाई। इसके बाद काम शुरु हुआ तो कंपनी ने अपनी वित्तीय संकट का हवाला दे दिया। लेकिन इन सबमे सबसे अधिक परेशानी रहगीरों को उठानी पड़ रही है। रीवा-सिंगरौली के बीच खराब सड़क में गुजरने के दौरान गड्ढों एंव धूल से लोगों का बुरा है। वहीं सीधी से सिगंरौली मार्ग की स्थित तो बहुत खराब है परिणाम स्वरुप रहगीर इस मार्ग के वजाए अन्य वकैल्पिक मार्ग से गुजर रहे हंै। जबकि इन दोनों सड़कों पर लगने वाली लागत आम जनता से वसूल किया जाना है।