सात ब्लाक का गांव में जाकर फीडबैक लिया
भारत सरकार की पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय एवं स्वच्छता भारत मिशन कार्यक्रम के तहत जिले को ओडीएफ घोषित करने से पहले केंद्रीय दल ने जिले के सात ब्लाक का गांव में जाकर फीडबैक लिया। करीब पंद्रह 15 गांवों में दल के सदस्यों ने रेण्डम फीडबैक के दौरान आंगनबाड़ी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, स्कूल, हॉट बाजार सहित राशन की दुकानों आदि पर फीडबैक लिया। टीम के सदस्यों ने अस्पताल, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित ग्रामीणों से स्वच्छता का फीडबैक लिया। जिले में केंद्रीय दल ने जवा और नईगढ़ी ब्लाक को छोड शेष ब्लाक क्षेत्र के अलग-अलग गांवों का रेण्डम फीडबैक लेने पहुंचे। टीम ने 13 से 18 अगस्त के बीच सर्वेक्षण का काम किया गया। सर्वेक्षण की प्रक्रिया 31 अगस्त को फाइनल हो गई है। बताया गया कि आगामी 2 अक्टूबर को रीवा जिले को केंद्र सरकार ओडीएफ घोषित करने के लिए दिल्ली से सर्वेक्षण दल भेज कर फीडबैक लिया है। इसके अलावा जनता से फीडबैक ले रही है। दिल्ली से प्रदेश स्तर पर जारी की गई चार दिन पहले की लिस्ट के अनुसार रीवा 260 क्रमांक पर है। साढ़े पांच हजार लोगों मोबाइल एप पर फीडबैक दिया है। जबकि सतना में दो हजार से अधिक और सीधी में 44 लोगों ने फीडबैक दिया है। सिंगरौली में 669 लोगों ने फीडबैक दिया है।
भारत सरकार की पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय एवं स्वच्छता भारत मिशन कार्यक्रम के तहत जिले को ओडीएफ घोषित करने से पहले केंद्रीय दल ने जिले के सात ब्लाक का गांव में जाकर फीडबैक लिया। करीब पंद्रह 15 गांवों में दल के सदस्यों ने रेण्डम फीडबैक के दौरान आंगनबाड़ी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, स्कूल, हॉट बाजार सहित राशन की दुकानों आदि पर फीडबैक लिया। टीम के सदस्यों ने अस्पताल, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित ग्रामीणों से स्वच्छता का फीडबैक लिया। जिले में केंद्रीय दल ने जवा और नईगढ़ी ब्लाक को छोड शेष ब्लाक क्षेत्र के अलग-अलग गांवों का रेण्डम फीडबैक लेने पहुंचे। टीम ने 13 से 18 अगस्त के बीच सर्वेक्षण का काम किया गया। सर्वेक्षण की प्रक्रिया 31 अगस्त को फाइनल हो गई है। बताया गया कि आगामी 2 अक्टूबर को रीवा जिले को केंद्र सरकार ओडीएफ घोषित करने के लिए दिल्ली से सर्वेक्षण दल भेज कर फीडबैक लिया है। इसके अलावा जनता से फीडबैक ले रही है। दिल्ली से प्रदेश स्तर पर जारी की गई चार दिन पहले की लिस्ट के अनुसार रीवा 260 क्रमांक पर है। साढ़े पांच हजार लोगों मोबाइल एप पर फीडबैक दिया है। जबकि सतना में दो हजार से अधिक और सीधी में 44 लोगों ने फीडबैक दिया है। सिंगरौली में 669 लोगों ने फीडबैक दिया है।
फीडबैक की कराई वीडियो ग्राफी
टीम के सदस्य फीडबैक के दौरान में स्वच्छता के प्रति जागरुकता का भी फीड बैक लिए और ग्रामीणों की वीडियो ग्राफी करायी। टीम के सदस्य ग्रामीणों की ओर बताई गई जानकारी की भी वीडियो क्लीपिंग ले गए। दिल्ली की टीम के सदस्य अलग-अलग ब्लाक के १५ ग्राम पंचायतों का फीडबैक लिए। इस दौरान शिक्षक, किसान, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्कूलों में बच्चों सहित अन्य लोगों के वीडियोग्राफी भी कराई है।
टीम के सदस्य फीडबैक के दौरान में स्वच्छता के प्रति जागरुकता का भी फीड बैक लिए और ग्रामीणों की वीडियो ग्राफी करायी। टीम के सदस्य ग्रामीणों की ओर बताई गई जानकारी की भी वीडियो क्लीपिंग ले गए। दिल्ली की टीम के सदस्य अलग-अलग ब्लाक के १५ ग्राम पंचायतों का फीडबैक लिए। इस दौरान शिक्षक, किसान, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्कूलों में बच्चों सहित अन्य लोगों के वीडियोग्राफी भी कराई है।
जागरुकता अभियान
जिले में स्वच्छत भारत मिशन कार्यक्रम की ओर से जगह-जगह जागरुकता अभियान चलाया गया। ज्यादा से ज्यादा लोगों को मोबाइल ऐप पर फीडबैक देने के लिए आधा दर्जन से ज्यादा प्रश्नों के जवाब के लिए लिंक भेजा गया।
जिले में स्वच्छत भारत मिशन कार्यक्रम की ओर से जगह-जगह जागरुकता अभियान चलाया गया। ज्यादा से ज्यादा लोगों को मोबाइल ऐप पर फीडबैक देने के लिए आधा दर्जन से ज्यादा प्रश्नों के जवाब के लिए लिंक भेजा गया।
छात्रों को किया जागरुक
जिले में ग्राम पंचायतों के साथ-साथ स्कूल और कालेजों में भी स्वच्छता के प्रति जागरुकता अभियान चलाया गया। दो दिन पहले पेंटियम प्वाइंट में जिला पंचायत सीइओ ने जागरुकता अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित कर छात्रों को स्वच्छता के प्रति जानकारी दी गई। इस दौरान छात्रों से एप के जरिए जिले की स्वच्छता का फीडबैक भी लिया।
जिले में ग्राम पंचायतों के साथ-साथ स्कूल और कालेजों में भी स्वच्छता के प्रति जागरुकता अभियान चलाया गया। दो दिन पहले पेंटियम प्वाइंट में जिला पंचायत सीइओ ने जागरुकता अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित कर छात्रों को स्वच्छता के प्रति जानकारी दी गई। इस दौरान छात्रों से एप के जरिए जिले की स्वच्छता का फीडबैक भी लिया।