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पीओएस मशीन में फंसा 2.40 लाख गरीबों का राशन, इस वजह से नहीं हो पा रहा वितरण

locationरीवाPublished: Jul 21, 2019 03:45:37 pm

Submitted by:

Rajesh Patel

जिले में राशन वितरण की व्यवस्था विक्रेताओं की मनमानी की भेंट चढ़ी, क्षेत्रीय अमले की अनदेखी से राशन के लिए भटक रहे गरीब

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रीवा. मानसून सत्र में पचास हजार से अधिक परिवारों के मुखिया का अंगूठा पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) मशीनें नहीं पढ़ पा रही हैं। जिससे दुकानों पर करीब 2.50 लाख लोगों के हिस्से का खाद्यान्न समय से नहीं मिल पा रहा है। इतना ही नहीं जिले में सैकड़ों राशन दुकानों पर विक्रेताओं की अनदेखी और नेटवर्क कनेक्टिविटी खराब होने के चलते मशीनें कबाड़ हो गई हैं। ऐसे में परिवारों को हर माह 20 तारीख के बाद मेन्युअल वितरण के दौरान राशन दिया जाता है।
अंगूठा मैच नहीं होने मेन्युअल किया जा रहा वितरण
सेवा सहकारी समिति नईगढ़ी क्षेत्र में स्थित नरैनी दुकान (क्रमांक-३) पर खाद्यान्न के लिए बुजुर्ग और महिलाएं जद्दो-जहद कर रहीं थीं। राशन कार्ड दिखाने के बाद विक्रेता बारी-बारी से कार्ड धारियों का पीओएस मशीन में अंगूठा मैच कराने की कोशिश कर रहा था। नेटवर्क कनेक्टिविटी खराब होने के कारण बार-बार फेल हो रहा था। हितग्राहियों के पूछने पर विक्रेता मुन्नालाल ने बताया कि अंगूठा मैच नहीं हो रहा है। मेन्युअल वितरण शुरू होने पर राशन दिया जाएगा। विक्रेता के अनुसार 150 कार्ड धारियों का पीओएस मशीन में अंगूठा मैच नहीं कर रहा है। नरैनी दुकान पर कुल 442 हितग्राही पंजीकृत हैं। अब तक 100 से अधिक गरीबों को राशन नहीं मिला है।
पचीस से ज्यादा दुकानों की मशीनें खराब
जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक कार्याल को सूचना मिली है कि जिले में पचास से ज्यादा दुकानों की मशीनें तकनीकि खराबी के चलते काम नहीं कर रही हैं। इससे दो गुना की संख्या में मशीनें फील्ड में त्रुटिपूर्ण नेटवर्क कनेक्टिवंटी के कारण हितग्राहियों का अंगूठा मैच नहीं कर रही है। जिम्मेदारों का तर्क है कि बारिश के मौसम में मशीनों में नमी आ जाती है। जिसके कारण तकनीकि खराबी बढ़ जाती है।
हर माह 3.82 लाख से ज्यादा परिवारों को राशन
जिले में हर माह 3.82 लाख से अधिक परिवारों को खाद्यान्न जारी किया जा रहा है। शासन की व्यवस्था के अनुसार प्रति परिवार पांच सदस्यों के औसत से जिले में करीब 18 लाख लोगों के हिस्से का राशन दुकानों पर दिए जाने का दावा किया जा रहा है। इसके अलावा कल्याणकारी संस्थाओं को हर माह खाद्यान्न दिया जाता है। जिले में नगर निगम रीवा सहित शहरी क्षेत्र में कुल 95 और ग्रामीण क्षेत्र में 818 राशन की दुकानें संचालित की जा रहीं हैं।
आधार से लिंक होंगे राशन कार्ड व समग्र आइडी
शासन ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर सभी पात्र हितग्राहियों के राशन कार्ड, आधार नंबर से लिंक कराने को कहा है। शतप्रतिशत आधार से लिंक होने के बाद कोई भी पात्र हितग्राही प्रदेश के किसी भी दुकान से राशन आहरित कर सकेगा। विभागीय अधिकारियों का दावा है कि जिले में पचास फीसदी से ज्यादा सदस्यों के आधार नंबर लिंक हो चुके हैं।

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