अपनी मांगों को पूरा करने की मांग की। सीटू के जिला महासचिव विद्याशंकर मुफलिस ने कहा कि आशा – ऊषा कार्यकर्ताओं के न्यूनतम वेतन भत्ते व सुविधाओं में बढ़ोत्तरी की जाए।
नौजवान सभा के अमित सोहगौरा ने कहा कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर लाठी चलाई गई।
आशा युनियन की जिलाध्यक्ष रंजना द्विवेदी, महासचिव निर्मला सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कहा कि प्रदेश सरकार व उसकी पुलिस दमन पर आमदा है।
सरकार की यह कार्रवाई दर्शाती है कि महिलाओं और गरीबों के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है। कहा प्रदेश सरकार गिरफ्तार आशा कार्यकर्ताओं पर लगे मुकदमें वापस ले। लाठी चार्ज के लिए दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों पर की जाए।
प्रदर्शन के दौरान विनय तिवारी, अभरन पाठक, आशा पाण्डेय, सावित्री विश्वकर्मा, सरोज साकेत, ममता ङ्क्षसह, सुनीता मिश्रा, स्नेहलता त्रिपाठी, शिवकली पटेल, नीशू, रतना विश्वकर्मा, सोनू तिवारी, दयमंती कुशवाहा, समिष्ठा सोनी, अर्चना सिंह, मिथिलेश सिंह सहित बड़ी संख्या में आशा – ऊषा कार्यकर्ता मौजूद रहीं।