परीक्षा परिणामों की समीक्षा के बाद रीवा संभाग के संभागायुक्त डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने बोर्ड परीक्षाओं में 30 प्रतिशत से कम परिणाम वाले सीधी जिले के 41 स्कूलों के प्राचार्यों की दो-दो वार्षिक वेतन वृद्धियां असंचयी प्रभाव से रोकने के आदेश दिया है। इस मामले में सभी लापरवाह प्राचार्यों को नोटिस दिया गया था। नोटिस का संतोषजनक उत्तर प्राप्त न होने पर यह कार्यवाही की गई है। इसकी सूचना से शिक्षा विभाग के प्राचार्यों में हडकंप मचा है।
संभागायुक्त के आदेश के अनुसार प्राचार्य मड़वास के आदित्य प्रताप सिंह, बारी के अशोक कुमार नामदेव, टेगवा के आरसी जायसवाल, महराजपुर के मोहनचन्द्र गौतम, तरका के आरण् पाण्डेय, पाड़ी के विजय सिंह, डढिय़ा के लालजी सिंह, चोरहट के लवकुश पाण्डेय, सुपेला हीरामणि पटेल, पैगमा महेन्द्र शुक्ला, पैपखरा के शिवकुमार द्विवेदी शामिल हैं। इसी प्रकार प्राचार्य पोखरा के सुधाकर भाई पटेल, हटवा के अनिरूद्ध सिंह, सिरसी के वंशगोपाल पनिका, मझौली के रमेश तिवारी, पतुलखी बीडी कोल, हटवाखास के दखन सिंह सोलंकी, पडऱा नवीन आरपी राठिया, मझौली के राजेन्द्र सिंह, बहरी के जीएल पटेल, लकोढ़ा के अरूणेन्द्र मिश्रा, कुनझुनकला के छोटेलाल सिंह की दो-दो वेतन वृद्धियां रोक दी है।
इन विद्यालयों के प्रचार्य भी फंसे
कधवार के इन्द्रपाल सिंह, सोनवर्षा के हीरालाल पटेल, कोतरकला के जगदीश प्रसाद मिश्रा, बरमबाबा के प्रभा शुक्ला, सपही के बीएल सिंह, बिठौली के दयाशंकर, हनुमानगढ़ के भारतलाल पाण्डेय, बंजारी के महिपाल सिंह, रामपुर नैकिन के लाखनारायण पाण्डेय, हिनौती के डीपी चतुर्वेदी शामिल हैं। इसी तरह संभागायुक्त ने प्राचार्य बकवा मझौली के महेश प्रजापति, गाढ़ा के रती सिंह सिन्द्राम, बघऊ के राजबहोर रावत, सरदा के सोमेश्वर प्रसाद गौतम, अमिलिया के सीपी तिवारी, खिरखोरी सत्येन्द्र सिंह, रामपुर नैकिन के एसबी शुक्ला, हडबढ़ो ज्योतिमा शुक्ला, चकढ़ौर रामावतार साकेत की वेतन वृद्धियां रोकने के आदेश दिए हैं।