सिंह ने कहा कि छात्रों के विकास के लिए कोई कार्य नहीं किया गया। रीवा में कोई नया महाविद्यालय नहीं खोला गया। शहर में मात्र एक कन्या महाविद्यालय है। बार – बार मांग की गई कि एक नया महाविद्यालय छात्राओं के लिए खोला जाए।
संबल योजना के अंतर्गत कार्ड लगाकर छात्रों की फीस माफी की बात कही गई। महाविद्यालय प्रशासन छूट ना दे कर शुल्क जमा करा रहा है।
कहा कि महाविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया इतनी जटिल है कि हर वर्ष बड़ी संख्या में छात्र – छात्रा प्रवेश से वंचित रह जाते हैं। रोजगार उन्मुख पाठ्यक्रम नहीं होने से और स्थानीय उद्योग में रोजगार नहीं मिलने से छात्र – छात्रा बेरोजगार घूम रहे हैं।
इस दौरान जीडीसी छात्र संघ अध्यक्ष उजैफा खान, टीआरएस कॉलेज अध्यक्ष योगिता सिंह, टीआरएस छात्र संघ सह सचिव रुचि पाण्डेय, नेहा त्रिपाठी, कव्या सिंह बघेल, नम्रता सिंह, नेहा चंदेल मौजूद रहीं।