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खनन कारोबारियों व मोटर पंप विक्रेता फर्म व घर पर आईटी का छापा, जानिए क्या मिला

locationरीवाPublished: Jan 12, 2019 01:31:47 pm

Submitted by:

Lokmani shukla

करोड़ों रुपए की मिली कर चोरी, पत्नी के नाम से करोड़ों रुपए का आहरण,देर रात तक चलती रही कार्रवाई, टीम ने जरूरी दस्तावेज खंगाले

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रीवा। खनन कारोबारियों के घर एवं फर्मों पर आयकर विभाग ने एक साथ छापामारी की। इनमें रीवा के खनन कारोबारी संजय मिश्रा भी शामिल हैं। इनके द्वारिका नगर स्थित घर में आइटी की टीम ने शुक्रवार की सुबह छह बजे दबिश दी। खनन कारोबारी के व्यापार में हिस्सेदार रहे व्यवसाई मनीष गुप्ता के घर व फर्म में भी दबिश दी गई है। मनीष गुप्ता मोटर पंप व कृषि उपकरणों के बड़े व्यवसाई है। उनकी पत्नी के खाते से करोड़ों रुपए के लेनदेन का खुलासा हुआ है। सुबह छह बजे से प्रांरभ कार्रवाई पूरी रात जारी रही। आयकर विभाग के अधिकारियों के अनुसार दोनों फर्मों से करोड़ों रुपए की कर चोरी मिली है।
बताया जा रहा है शहर में द्वारिका नगर स्थित खनन कारोबारी संजय मिश्रा को मनोकामना माइंस के नाम से कई चूना पत्थर एवं कोल की खदानें आवंटित है। इनके द्वारा जो रिटर्न आयकर विभाग में प्रस्तुत किया गया है उसमें एवं बैंक आहरण में काफी अंतर होने के कारण आयकर की इंवेस्टिगेशन टीम ने दबिश दी। वहीं गुप्ता एडं संस के प्रोपाइटर मनीष गुप्ता एवं उनकी पत्नी के स्टोन क्र सर सहित अन्य कई फर्मो में हिस्सेदारी खनन कारोबारियों के साथ है। साथ ही इनके खाते में करोड़ों रुपए का ट्रांजक्शन हुआ है। संदिग्धता के आधार पर आयकर की टीम ने इनके फर्म व घर में छापा मारा है। छापामार कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में नकद कैश भी बरामद हुआ है। सहायक आयुक्त इंवेस्टिगेंश विंग मनोज मिश्रा के नेतृत्व में टीन ने यह कार्रवाई की । शहर में इनकम टैक्स की कार्रवाई की खबर लगते ही हड़कंप मच गया।

स्थानीय अधिकारियों को रखा दूर
बताया जा रहा है इस कार्रवाई से आयकर विभाग सतना एवं रीवा के अधिकारियों को दूर रखा गया है। इस टीम में जबलपुर एवं भोपाल के आयकर अधिकारी शामिल है। आयकर विभाग की यह टीम फर्मों के आय-व्यय के दस्तावेज खंगाला रही है। बताया जा रहा है यह कार्रवाई अभी एक दो दिन तक जारी रहेगी। कार्रवाई के दौरान बाहरी किसी व्यक्ति को अंदर प्रवेश नहीं मिला। सिर्फ कारोबारियों के वकील एवं लेखा की जानकारी रखने वालों को ही अंदर प्रवेश दिया गया। यहां तक सभी के मोबाइल भी शाम तक बंद रहे।

पहले भी हो चुका है सर्वे-
बताया जा रहा है आयकर विभाग द्वारा नोटबंदी के पहले गुप्ता एंड संस के यहां सर्वे किया था। इसमें मनीष गुप्ता ने एक करोड़ से अधिक की राशि आयकर विभाग के सामने सरेंडर की थी।
यह दूसरा आईटी का छापा
नोटबंदी के बाद रीवा शहर में आयकर की इंवेस्टिगेंशन टीम का यह दूसरा छापा है। इसके पहले आयकर की टीम ने गंल्ला मंडी स्थित व्यापारी के घर व दुकानेां में छापामारा था। दो दिन तक चली इस कार्रवाई में करोड़ों रुपए का राजस्व मिला था।
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