उनके निर्देश पर एपीएसयू के दीक्षांत समारोह में स्कूल बच्चों को शामिल किया गया। इसका खुलासा शुक्रवार को कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने किया।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी ऐसा ही करते हैं। पीएमओ से आयोजकों को एक पत्र जाता है जिसमें निर्देश रहता है कि आगे की कतार में लगी कुर्सियों को खाली रखा जाए। उसमें प्रधानमंत्री के गेस्ट बैठेंगे। कार्यक्रम के दिन पता चलता था प्रधानमंत्री के गेस्ट सातवीं – आठवीं कक्षा के स्कूल के बच्चे हैं। कार्यक्रम में पूरे समय बैठे रहते हैं।
उन्होंने कहा कि बच्चे देखते हैं तो उन्हें प्रेरणा मिलती है। आपस में चर्चा करते हैं। यदि गलतियां की है तो गलतियों से बाहर निकलने का प्रयास करते हैं। उनमें वहां तक पहुंचने की ललक पैदा होती है।
कार्यक्रम में शामिल स्कूल के बच्चों की तारीफ की। कहा ये बच्चे ध्यान से पूरा कार्यक्रम देख रहे थे। कहीं भी मन विचलित नहीं हुआ। विश्वविद्यालय में ही स्कूल संचालित है। उसी स्कूल के बच्चों को कार्यक्रम में शामिल किया गया।