आदेश का हवाला दे वापस लौटा रहे प्राचार्य
हाइकोर्ट आदेश लेकर स्कूलों में अध्यापन कार्य करना चाह रहे इन अतिथि शिक्षकों को ज्यादातर स्कूलों के प्राचार्य पद खाली नहीं होने का हवाला देकर वापस लौटा रहे हैं। प्राचार्यों ने शासन के उस आदेश को हथियार बनाया है, जिसमें यह कहा गया है कि स्कूल में संबंधित पद रिक्त होने पर ही कोर्ट से आदेश प्राप्त करने वाले अतिथि शिक्षकों को ज्वाइन कराया जाए। स्कूलों की हकीकत यह है कि पद खाली हैं, लेकिन प्राचार्य पद रिक्त नहीं होने का हवाला दे रहे हैं।
हाइकोर्ट आदेश लेकर स्कूलों में अध्यापन कार्य करना चाह रहे इन अतिथि शिक्षकों को ज्यादातर स्कूलों के प्राचार्य पद खाली नहीं होने का हवाला देकर वापस लौटा रहे हैं। प्राचार्यों ने शासन के उस आदेश को हथियार बनाया है, जिसमें यह कहा गया है कि स्कूल में संबंधित पद रिक्त होने पर ही कोर्ट से आदेश प्राप्त करने वाले अतिथि शिक्षकों को ज्वाइन कराया जाए। स्कूलों की हकीकत यह है कि पद खाली हैं, लेकिन प्राचार्य पद रिक्त नहीं होने का हवाला दे रहे हैं।
ज्यादातर विद्यालयों का है यह हाल
शाउमावि मनिकवार इसका जीता जागता उदाहरण है। नियमित नियुक्ति होने तक स्थाई नियुक्ति का कोर्ट से आदेश प्राप्त करने वाले प्रदीप का कहना है कि वह मनिकवार में पिछले पांच वर्षों से विज्ञान के शिक्षक रहे हैं, लेकिन अब जब उन्हें कोर्ट का आदेश प्राप्त हुआ है तो प्राचार्य पद रिक्त नहीं होने का हवाला दे रहे हैं। जबकि स्थिति यह है कि विद्यालय में न ही विज्ञान का कोई नियमित शिक्षक है और न ही किसी अतिथि शिक्षक की नियुक्ति की गई है। कुछ ऐसी ही स्थिति गणित के अतिथि शिक्षक संजीत गुप्ता का भी है।
शाउमावि मनिकवार इसका जीता जागता उदाहरण है। नियमित नियुक्ति होने तक स्थाई नियुक्ति का कोर्ट से आदेश प्राप्त करने वाले प्रदीप का कहना है कि वह मनिकवार में पिछले पांच वर्षों से विज्ञान के शिक्षक रहे हैं, लेकिन अब जब उन्हें कोर्ट का आदेश प्राप्त हुआ है तो प्राचार्य पद रिक्त नहीं होने का हवाला दे रहे हैं। जबकि स्थिति यह है कि विद्यालय में न ही विज्ञान का कोई नियमित शिक्षक है और न ही किसी अतिथि शिक्षक की नियुक्ति की गई है। कुछ ऐसी ही स्थिति गणित के अतिथि शिक्षक संजीत गुप्ता का भी है।
डीइओ तक पहुंच रही शिकायत
कोर्ट का आदेश लेकर नियुक्ति पाने को भटक रहे अतिथि शिक्षकों की ओर से डीइओ कार्यालय में शिकायत की जा रही है। यह बात और है कि उन्हें डीइओ कार्यालय से भी कोई विशेष राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। स्थिति यह है कि एक ओर जहां अतिथि शिक्षक परेशान हैं। वहीं दूसरी ओर स्कूलों में शिक्षक नहीं होने के चलते छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
कोर्ट का आदेश लेकर नियुक्ति पाने को भटक रहे अतिथि शिक्षकों की ओर से डीइओ कार्यालय में शिकायत की जा रही है। यह बात और है कि उन्हें डीइओ कार्यालय से भी कोई विशेष राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। स्थिति यह है कि एक ओर जहां अतिथि शिक्षक परेशान हैं। वहीं दूसरी ओर स्कूलों में शिक्षक नहीं होने के चलते छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।