शनिवार सुबह छह बजे बनकुंइया से गिट्टी लेकर यूपी जा रहे चालक कैलाश साकेत ने बताया कि आरटीओ बैरियर पर एक हजार रुपए प्रति चक्कर देना पड़ रहा है। कार्यालय में परमिट टैक्स जमा करने के अलावा चेकपोस्ट के कर्मचारियों को देना पड़ता है।
प्रतापगढ़ के ट्रक चालक दीना कोल ने बताया कि कई ग्रुपों के मालिक सीधे बैरियर प्रभारी से मिल लिए हैं। नारायण ग्रुप और महाकाल ग्रुप की गाडिय़ों को नहीं रोका जाता है। जिन ट्रकों के मालिक बैरियर के अधिकारी से नहीं मिले हैं, उनके चालकों को एक हजार से लेकर पांच हजार रुपए देने के बाद ही गाड़ी को आगे जाने दिया जाता है।
सूत्रों के अनुसार, एक दिन में छोटे-बड़े डेढ़ हजार से अधिक वाहन निकलते हैं, जिसमें ३५० से अधिक गिट्टी का परिवहन करने वाले ट्रक शामिल हैं। इसके अलावा बस सहित दोनों प्रदेश से आने वाले भारी वाहनों की जांच की जा रही है। चालकों ने बताया कि बैरियर पर कर्मचारी ही वाहनों से निर्धारित फीस से अतिरिक्त वसूली कर रहे हैं। बैरियर के कर्मचारियों ने करतूत पर पर्दा डालने के लिए बाहरी लोगों द्वारा वसूली की बात आरटीओ से कही है।
सूचना मिली है कि चेकपोस्ट के बगल में कोई दबंग व्यक्ति वाहनों से पैसे की वसूली रहा है। यदि चेकपोस्ट के कर्मचारी निर्धारित राशि के अलावा वसूली कर रहे हैं तो जांच करके कार्रवाई की जाएगी। दबंगों के मामले में कलेक्टर मैडम से बात करके कार्रवाई की जाएगी।
मनीष त्रिपाठी, आरटीओ