फोटो रीडिंग शुरू होने के बाद भी उपभोक्ताओं की परेशानी कम नहीं हो रही है। हर महीने ज्यादा रीडिंग दर्ज हो रही है। जिसकी वजह से बिल ज्यादा आ रहा है। ऐसे ही कई शिकायतें बिजली दफ्तर में प्रतिदिन आ रही हैं। करीब 92 फीसदी से ज्यादा उपभोक्ताओं की फोटो रीडिंग ली जा रही है। आठ फीसदी लोग अभी भी छूट रहे हैं।
जिन उपभोक्ताओं की फोटो रीडिंग ली जा रही है। उनकी बिजली बिल भी ज्यादा आ रहा है। रीडिंग कम होने के बावजूद ज्यादा दर्ज होने की शिकायतें बिजली दफ्तर में पहुंच रही है। बताया जा रहा है कि बिजली कंपनी के कार्यालय से ऐसी गड़बडिय़ां हो रही हैं।
विद्युत समाधान योजना के तहत श्रमिकों का बिजली बिल माफ किया गया है। इसके बावजूद कुछ लोग ऐसे हैं जिनके यहां बिजली का बिल पहुंच रहा है। ऐसी ही उपभोक्ता अंजनी मिश्रा अपने श्रमिक कार्ड एवं बिजली बिल लेकर कार्यालय पहुंचे।
उन्होंने बताया कि बिजली की रीडिंग भी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि बार – बार आना पड़ रहा है। माफ हो या न हो रीडिंग सही दर्ज हो। जो गलत हुआ है वह सुधार हो जाए। बार – बार कार्यालय के चक्कर लगाकर लोग परेशान हो रहे हैं।
विद्युत आपूर्ति में बाधा आने पर भी उपभोक्ताओं को कई दिनों तक सुधार के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। विद्युत वितरण कंपनी ने सुधार की पर्याप्त व्यस्था नहीं की है जिसकी वजह से विद्युत आपूर्ति बहाल करने में ज्यादा समय लग रहा है। हालत यह है कि एक दिन में 300 से ज्यादा शिकायतें आ रही हैं। करीब 150 शिकायतों का ही निराकरण हो पा रहा है।