वह पहली पारी में एक विशाल स्कोर की ओर बढ़ रही थी किंतु कुलदीप की कहर भरी गेंदबाजी के कारण पंजाब के अंतिम 7 विकेट मात्र 59 रन ही जोड़ सके। उनकी पहली पारी 293 के स्कोर पर सिमट गयी। कुलदीप ने 19 ओवर मे 62 रन देकर पंजाब के 5 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई।
रीवा के 22 वर्षीय मध्यम तेज गेंदबाज कुलदीप सेन को उनके शानदार खेल के कारण पहली बार मध्यप्रदेश की रणजी टीम में शामिल किया गया है।
कुलदीप सेन ने अभिनव भट्ट, जफर अली, ईश्वर पाण्डेय, आनंद सिंह, उदित बिरला, अनुराग सिंह, योगेश रावत, संजय मिश्रा एवं आर्यमन बिरला के बाद रीवा के 10वें रणजी खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया है।
कुलदीप के पिता रीवा के सिरमौर चौराहे में बाल काटने की एक छोटी सी दुकान चलाते हैं। कुलदीप की प्रतिभा को खोज रीवा के डिवीजन कोच एरिल एंथोनी ने। रीवा डिवीजनल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष नागेंद्र सिंह, सचिव कमल श्रीवास्तव, सह सचिव अरूण शुक्ला सहित एसोसिएशन के सभी पदाधिकारियों, सदस्यों, पूर्व व वर्तमान खिलाडिय़ों एवं कुलदीप के परिजनों ने उनके प्रदर्शन पर हर्ष व्यक्त किया है। उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी है।