गौरतलब है कि, विरोध को देखते हुए भारत बंद के दौरान भाजपा के सभी सांसद और विधायक घरों में ही कैद थे। इस बयान के बाद युवा कांग्रेस ने उनके घर के बाहर नारेबाजी भी की। बाद में सूचना पर रीवा आईजी उमेश जोगा के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। हालांकि कांग्रेसी अभी भी भड़के हुए हैं और सार्वजानिक माफी की मांग कर रहे हैं।
विवादित बयान ले सकता है तूल
बता दें कि, मध्यप्रदेश में एट्रोसिटी एक्ट का जबरदस्त विरोध शुरू हो गया गया है। विंध्यक्षेत्र में जहां सवर्ण समाज ने गुरुवार को भारत बंद का समर्थन कर शासन-प्रशासन की नींद -हराम कर दी है। वहीं सांसद जनार्दन मिश्रा का विवादित बयान भाजपा को महंगा पड़ सकता है। गुरुवार को 144 धारा के कारण कांग्रेसी नेता तो मान गए लेकिन आने वाले कल में इसका जबरदस्त विरोध हो सकता है।
बता दें कि, मध्यप्रदेश में एट्रोसिटी एक्ट का जबरदस्त विरोध शुरू हो गया गया है। विंध्यक्षेत्र में जहां सवर्ण समाज ने गुरुवार को भारत बंद का समर्थन कर शासन-प्रशासन की नींद -हराम कर दी है। वहीं सांसद जनार्दन मिश्रा का विवादित बयान भाजपा को महंगा पड़ सकता है। गुरुवार को 144 धारा के कारण कांग्रेसी नेता तो मान गए लेकिन आने वाले कल में इसका जबरदस्त विरोध हो सकता है।
प्रदेशभर में राजनेता पसोपेश में
एससी-एसटी एक्ट के विरोध में बढ़ते जनसमर्थन को देखते हुए प्रदेशभर में राजनेता पसोपेश में दिखाई दे रहे हैं। साथ ही नेताओं को लोगों के गुस्से का भी शिकार होना पड़ रहा है, लेकिन विरोध-प्रदर्शन के बीच रीवा के राजनेता लक्ष्मण तिवारी का खुलकर इस एक्ट के विरोध में सामने आए हैं। पूर्व विधायक व भाजपा नेता लक्ष्मण तिवारी ने एससी एसटी एक्ट के विरोध में भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
एससी-एसटी एक्ट के विरोध में बढ़ते जनसमर्थन को देखते हुए प्रदेशभर में राजनेता पसोपेश में दिखाई दे रहे हैं। साथ ही नेताओं को लोगों के गुस्से का भी शिकार होना पड़ रहा है, लेकिन विरोध-प्रदर्शन के बीच रीवा के राजनेता लक्ष्मण तिवारी का खुलकर इस एक्ट के विरोध में सामने आए हैं। पूर्व विधायक व भाजपा नेता लक्ष्मण तिवारी ने एससी एसटी एक्ट के विरोध में भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।