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कलेक्ट्रेट कार्यालय में 50 फीसदी कर्मचारी देर से पहुंच रहे तो तहसील में 11 बजे लग रही झाडू, इस कार्यालय के भी अधिकारी देर से आ रहे

locationरीवाPublished: Jan 18, 2019 12:39:58 pm

Submitted by:

Rajesh Patel

कलेक्टर ने अटेंडेंस की जांच अचौक जांच की तो कर्मचारियों के शेड्यूल में सामने आयाी मनमानी

Collectorate: 50 of employees in the Collectorate office are late

Collectorate: 50 of employees in the Collectorate office are late

रीवा. जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के कार्यालयों में पचास फीसदी से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारियों के आने जाने का शेड्यूल तय नहीं है। कलेक्ट्रेट भवन में लग रहे विभिन्न विभागों के कार्यालयों में 50 फीसदी कर्मचारी कार्यालय में देर से पहुंच रहे हैं। कलेक्ट्रेट परिसर स्थित हुजूर तहसील सहित अन्य कार्यालयों में ११ बजे के बाद झाडू लगा रही है। हैरान करने वाली बात तो यह कि ज्यादातर कर्मचारियों का लंच भी डेढ़ घंटे से ज्यादा समय का रहता है।
रियालिटी चेक में खुली जिम्मेदारों की पोल
कलेक्टर कार्यालय में अधिकारियों पहुंचने के शेड्यूल की निगहबानी की जा रही है। जिससे देर से आने वाले लापरवाह कर्मचारियों पर नकेल कसी जा सके। गुरुवार को पत्रिका ने कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित हुजूर तहसील कार्यालय में अधिकारियों और कर्मचारियों के पहुंचने की रियालिटी चेक की तो कैमरे में जिम्मेदारों के शेड्यूल की हकीकत कैद हुई। कैमरे की तस्वीरें खुद ब खुद बता रही हैं।
हुजूर एसडीएम 11.10 बजे पहुंचे
हुजूर एसडीएम कार्यालय का ताला १०.३५ बजे ताला खुला। १०.५५ तक कार्यालय के ३० फीसदी कर्मचारी पहुंचे थे। एसडीएम बलवीर रमन कार्यालय में ११.१० बजे पहुंचे। इसी तरह हुजूर नगर तहसील कार्यालय में कर्मचारियों की चहल पहल रही। ज्यादातर कर्मचारी कार्यालय के बाहर धूप सेंक रहे थे। लेकिन, तहसीलदार जितेन्द्र त्रिपाठी ११.०५ तक नहीं आए थे।
हुजूर ग्रामीण तहसील में लटक रहा ताला
तहसीलदार के पुराने कार्यालय में हुजूर ग्रामीण तहसील कार्यालय में सुबह ११.१० बजे तक ताला लटक रहा था। इ-गर्वेंस कार्यालय का भी यही हाल रहा। ११.१५ बजे तक बनकुंइया नायब तहसीलदार रत्नराशि पांडेय के कार्यालय में सफाई हो चुकी थी। कार्यालय में एक महिला कर्मचारी सफाई करने के बाद बाहर धूप सेंक रहे चैनमान विनोद शुक्ल को पानी देने के लिए जा रही थी। पक्षकारों के पूछने पर चैनमैन ने बतााया कि मैडम अभी फील्ड में गई हैं। इसी तरह गोविंदगढ़ सर्किल नायब तहसीलदार के कार्यालय में एक कर्मचारी ११ बजे झाडू लगा रहा था।
गोविंदगढ़ सर्किल में देर से आते हैं नायब तहसीलदार
पूछने पर बताया कि अभी कोई नहीं आए है। गोविंदगढ़ सर्किल में नायब तहसीलदार राम प्रताप सोनी हैं। हुजूर तहसील में कुछ कर्मचारियों को छोड़ तदे तो ज्यादातर कार्यालय के कर्मचारी ११ बजे के बाद ही पहुंचते हैं। इसी तरह नईगढ़ी तहसील, त्योंथर, जवा, सेमरिया, सिरमौर, गुढ़, हनुमना सहित अन्य कार्यालय भी देर से खुल रहे हैं। कलेक्टर के निर्देश के बाद भी अधिकारी-कर्मचारियों का शेड्यूल ठीक नहीं हो रहा है। इधर, कलेक्ट्रेट कार्यालय के ज्यादातर अधिकरियों का लंच भी एक घंटे से अधिक का रहता है। ज्यादातर अधिकारियों का लंच कार्यालय के बजाए आवास पर होता है। जिससे आने जाने में ही आधे घंटे समय बीत जाता है। कुल मिलाकर एक से डेढ़ घंटे के बीच का समय लंच में निकल जाता है। यह बात दिगर है कि अधिकारी और कर्मचारी कभी कभी देरशाम तक कार्यालय में बैठे रहते हैं।
कलेक्टर ने अटेंडेंस शीट चेक की तो सामने आयी कर्मचारियों की मनमानी
कलेक्टर ओपी श्रीवास्ताव दो दिन पहले कार्यालय में इ-अटेंडेंस शीट की जांच की। जिसमें कार्यालय के ज्यादातर कर्मचारी ५ मिनट से लेकर ३० मिनट तक देर से कार्यालय पहुंच रहे हैं। परेशान करने वाली बात तो यह कि २५ फीसदी कर्मचारी निर्धारित समय से आधे घंटे से भी ज्यादा देर से पहुंच रहे हैं। कर्मचारियों के अनुसार कलेक्टर निर्धारित समय पर कार्यालय पहुंच जाते हैं। फील्ड में निरीक्षण के दिन कार्यालय पहले ही आने के बाद जाते हैं। दो दिन पहले कलेक्टर १०.२० बजे कार्यालय पहुंचे। अटेंडेंस शीट चेक किया तो ज्यादातर देर से आने वाले कर्मचारियों की लंबी लिस्ट रही। कलेक्टर के निर्देश पर कर्मचारियों के आने जाने पर निगहबानी की जा रही है। कुछ कर्मचारियों ने शेड्यूल से आना शुरू कर दिया है। कई तो अभी भी देर से आ रहे हैं।
कलेक्ट्रेट में प्रथम-द्वितीय तल के कार्यालय में ११ बजे के बाद होती कर्मचारियों की चहल-पहल
कलेक्टर कार्यालय को छोड़ दे तो परिसर में लगने वाले विभिन्न विभागों के कार्यालयों में कर्मचारियों की चहल पहल ११ बजे के बाद होती है। कार्यालयों की व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। ग्राउंड फ्लोर को छोड़ प्रथम और द्वितीय तल पर लगने वाले ज्यादातर कार्यालयों के ताले ११ बजे तक ही खुल रहे हैं। निर्धारित समय पर जिन कार्यालय के ताले खुल भी जाते हैं उनके अफसर ११ बजे के बाद ही आते हैं। आदिम जाति कल्याण विभाग, नान, विपणन, ऊर्जा विकास, एकेविएन, महिला एवं बाल विकास, डीपीसी, चुनाव कार्यालय सहित अन्य कार्यालय में ११ बजे के बाद ही अधिकारी पहुंचते हैं।

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