विद्यार्थियों के जांची कॉपी में मिली गलतियां
कलेक्टर ने कहा प्राचार्य और शिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के प्रयास करें। एक परिसर एक शाला के आदेश का पालन कराएं। शिक्षकों के प्रशिक्षण तथा उन्हें प्रेरित करने के लिए नियमित रूप से कार्यक्रम आयोजित कराए। कलेक्टर ने विद्यार्थियों की मूल्यांकन पुस्तिका का भी निरीक्षण किया। कई विद्यार्थियों की मूल्यांकन पुस्तिकाओं में किसी भी शिक्षक के हस्ताक्षर नहीं पाए गए। कई मूल्यांकन पुस्तिकाओं में शिक्षकों ने विद्यार्थी द्वारा दर्ज की गई जानकारी को बिना जांचे ही हस्ताक्षर किए हुए थे। कलेक्टर ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए संबंधित शिक्षकों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने शिक्षकों को भी कड़ी फटकार लगाई।
कलेक्टर के निरीक्षण में बंद मिली शालाएं
कलेक्टर के निरीक्षण के समय प्रयोग शाला बंद पायी गई। कलेक्टर ने विभिन्न कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों तथा शिक्षकों से चर्चा की। उन्होंने शिक्षकों को निर्देश देते हुये कहा कि अच्छी तथा गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है भावी पीढ़ी का निर्माण अच्छी शिक्षा और अच्छे संस्कारों से ही होगा। इस दौरार कलेक्टर ने कहा कि जिले में १५१ विद्यालयों में सुपर मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। विद्यालयों की मॉनीटरिंग के लिए जिला स्तरीय कंट्रोलरूम बनाया जाएगा।
कन्या शाला बिछिया में मिले कम विद्यार्थी
कलेक्टर माध्यमिक कन्या शाला बिछिया का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शाला में कक्षा एक से 8 तक केवल 90 बच्चे दर्ज पाए गए। इनमें से भी केवल 43 बच्चे उपस्थित थे। शाला में पदस्थ एक शिक्षिका मेडिकल अवकाश तथा दो शिक्षिकाएं चाइल्ड केयर लीव पर हैं। सभी कक्षाओं में बच्चों के प्रवेश तथा उपस्थित ठीक नहीं मिली। कलेक्टर ने प्रधानाध्यापक से कहा कि घर-घर संपर्क कर शाला जाने योग्य प्रत्येक बच्चे का शाला में प्रवेश कराएं। दो शिक्षकों को एक साथ दीर्घकालीन अवकाश स्वीकृत करने पर भी नाराजगी व्यक्त की। कलेक्टर ने मध्यान्ह भोजन योजना, पुस्तक वितरण योजनाए छात्रवृत्ति योजना तथा शिक्षकों के प्रशिक्षण की जानकारी ली।
चार हजार स्कूलों के परीक्षण के दिन गठित किए जाएंगे 20 दल
कलेक्टर ने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी आरएन पटेल को स्कूलों के निरीक्षण के लिए तत्काल 20 दल गठित करने का निर्देश दिया। और कहा कि दल प्रति दिन 50 स्कूलों का निरीक्षण कर निर्धारित प्रपत्र में प्रतिवेदन देंगे। शिक्षा की गुणवत्ता में हरहाल में सुधार किया जाएगा। स्कूलों में आवश्यक संसाधनों की पूर्ति के लिए सीएसआर मद तथा डीएमएफ मद से भी सहायता दी जाएगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने कहा कि निरीक्षण के लिए तैयार किए गए कार्यक्रम का पूरी तरह से पालन कराएं। लापरवाह शिक्षकों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। संकुल प्राचार्य, प्राचार्य एवं बीईओ स्कूलों का नियमित रूप से निरीक्षण करें। निरीक्षण के समय प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी भारती श्रीवास्तव, सहायक संचालक शिक्षा आरसी मिश्राए बीआरसी प्रवेश तिवारी तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।