जनपद सीइओ संदीप शुक्ला ने बताया ने बताया की जोड़ों का सबसे पहले जयमाला कराई गई। इसके बाद मंचाशीन अथितियों द्वारा उनको आर्शीवाद दिया गया। फिर मण्डप पर पंडितों द्वारा विधि विधान से विवाह कराया गया और मुस्लिम जोड़ों को निकाह कराया गया।
जब विवाह समारोह चल रहा था तभी बारिश शुरू हो गई। जिससे विवाह कार्य में दिक्कत हुई। लेकिन पंडितों ने जनपद कार्यालय के अंदर विवाह कार्य संपन्न किया। इस दौरान कुछ जोड़े आवेदन लिए भटकते नजर आए। उनका कहना था कि उनको अपात्र बताया जा रहा है, जबकि वे पात्र हैं।
सीइओ शुक्ला ने कहा की शासन की कन्यादान योजना से जो लोग किसी करणवश वंजित हो गये हंै उन्हे पुन: आयोजन कर शासन की योजना का लाभ दिलाया जायेगा। उनको परेशान होने की जरूरत नहीं है। हालांकि कुछ कर्मचारियों ने आवेदनों में छेड़छाड़ की थी जिससे कुछ सचिवों एवं जीआरएस को बर्खास्त करने का नोटिस दिया गया है।
सामूहिक विवाह समारोह में प्रमुख रूप से जनपद अध्यक्ष जवा कमलेश्वर सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता बृजेन्द्र पाण्डेय, चक्र्रधर सिंह, तरुणेन्द्र द्विवेदी, जनपद सदस्य रामनरेश तिवारी, अनिरुद्ध द्विवेदी, दीपाजंलि चौरासिया, अतीश चन्द्र शुक्ला, अनुज दुबे प्रमुख रुप से मौजूद रहे। संचालन इं. विमलकान्त गौतम ने किया।