रक्षाबंधन जिसे पूरे देश में मनाया जाता है। यह पर्व न केवल भाई बहन के प्यार को दर्शाता है, बल्कि उनके समर्पण, त्याग और रक्षा के वचनों को भी रेशम के धागे से मजबूती प्रदान करता है। हर साल इस त्यौहार में लाखों भाई बहन अपने स्नेह दुलार को राखी के धागों से मजबूती प्रदान करते चले आ रहे हैं। संस्कारधानी जबलपुर में राखी का त्यौहार पारंपरिक तौर पर मनाया जाता है। पहले भगवान को राखी बांधी जाती है, फिर भाई की कलाई सजती है।
ढाई घंटे का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य पं. जनार्दन शुक्ला के अनुसार इस बार राखी या रक्षाबंधन का त्यौहार २६ अगस्त को पड़ रहा है। इस दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त वैसे से सूर्योदय से सूर्यास्त तक रहेगा, किंतु दोपहर के करीब ढाई घंटे राखी बांधने के लिए श्रेष्ठ रहेंगे। इस दौरान राखी बांधने से भाई को दीर्घायु की प्राप्ति होगी, साथ ही बहन के जीवन में भी प्रसन्ना का भाव बना रहेगा।
पहले इन्हें बांधे राखी
ज्योतिषाचार्य पं. जनार्दन शुक्ला ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन सबसे पहले भगवान का पूजन करना चाहिए। इसके बाद पाठ की राखी(गुलाबी रंग के रेशम का धागा) चढ़ाएं। तुलसी माता, तिजोरी समेत गाय आदि को तिलक वंदन कर उनका पूजन करें। फिर भाई को चौकी पर बैठाकर उसकी आरती उतारें तत्पश्चात उसे राखी बांधें। ऐसा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और भाई बहन के प्यार को मजबूती व दीर्घायु प्रदान करते हैं।
रक्षा बंधन का शुभ मुहूर्त
वर्ष 2018 में रक्षा बंधन 26th अगस्त 2018, रविवार को मनाया जाएगा।
रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का मुहूर्त
रक्षा बंधन 2018 राखी बांधने का शुभ मुहूर्त = 05:59 से 05:25 तक।
मुहूर्त की अवधि = 11 घंटे 26 मिनट।
रक्षा बंधन में दोपहर मुहूर्त = 01:39 से 04:12 तक।
मुहूर्त की अवधि = 02 घंटे 33 मिनट।
रक्षा बंधन के दिन भद्रा सूर्योदय से पूर्व ही समाप्त हो जाएगी।
सावन माह की पूर्णिमा तिथि 25th अगस्त 2018, शनिवार 03:16 से प्रारंभ होगी।
जिसका समापन 26th अगस्त 2018, रविवार 05:25 पर होगा।